रबात : मोरक्को में शुक्रवार रात आए शक्तिशाली भूकंप के बाद मौत का आकड़ा लगातार बढ़ रहा है. ताजा जानकारी के मुताबिक यह संख्या 2122 तक पहुंच चुकी है. न्यूज एजेंसी अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, व्यापक तबाही की रिपोर्टों के बाद मोरक्को में बचावकर्मियों ने भूकंप से बचे लोगों की तलाश तेज कर दी है. जिससे जिंदा बचे लोगो को बचाया जा सके और समय रहते जरूरी सहायता उपलब्ध कराई जा सके.
उत्तरी अफ्रीका में आए अब तक का यह सबसे बड़े भूकंप है. रविवार देर रात नए आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भूकंप में कम से कम 2,122 लोगों की मौत हो गई और 2,400 से अधिक लोग घायल हो गए, जिनमें से कई गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसके बाद विदेशी बचाव दल ने सहायता के लिए उड़ान भरी. न्यूज एजेंसी अल जजीरा के अनुसार 6.8 तीव्रता के भूकंप ने लोकप्रिय पर्यटन स्थल मराकेश के 72 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में एटलस पर्वत की ढलानों में पूरे समुदायों को नष्ट कर दिया. फिर रविवार को इसी क्षेत्र में 4.5 तीव्रता का झटका आया था.
भूकंप के कारण मारकेश से 60 किलोमीटर (37 मील) दूर तफेघाघते पर्वतीय गांव की लगभग हर इमारत नष्ट हो गई है. जीवित बचे लोगों और मृतकों के शवों की नागरिक बचाव दल और मोरक्को के सैन्य कर्मियों द्वारा तलाश जारी है. इससे पहले शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूकंप में जानमाल के नुकसान पर दुख जताया था.
एक्स पर पोस्ट करते हुए, पीएम मोदी ने कहा, 'मोरक्को में भूकंप के कारण जानमाल के नुकसान से बेहद दुखी हूं. इस दुखद घड़ी में मेरी संवेदनाएं मोरक्को के लोगों के साथ हैं. उन लोगों के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है. घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं.' भारत इस कठिन समय में मोरक्को को हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है.
(इनपुट-एजेंसी)