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'विरासत' में जमकर हुआ सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल, जमकर उड़ीं नियमों की धज्जियां

बीते 11 से 25 अक्टूबर तक ओएनजीसी ने कौलागढ़ में विरासत मेले का आयोजन किया. जिसमें धड़ल्ले से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग किया गया.

पॉलिथीन मुक्त उत्तराखंड के नियमों की उड़ी धज्जियां
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Published : Nov 2, 2019, 10:24 PM IST

देहरादून: प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की पूरी कैबिनेट देवभूमि उत्तराखंड को पॉलिथीन मुक्त बनाने के संकल्प के साथ ही जनता को जागरूक करने की कवायद में जुटी है. वहीं इसके उलट प्रदेश में कई ऐसे निजी संस्थान हैं जो सरकार की इस मुहिम को पलीता लगाने का काम कर रहे हैं.

दरअसल बीते कुछ दिनों पहले कौलागढ़ क्षेत्र के डॉ. भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में विरासत मेले का आयोजन किया गया था. जिसमें एक निजी संस्था ने जमकर सिंगल यूज पॉलिथीन का प्रयोग किया. प्रदेश में पॉलिथीन बैन होने के बावजूद भी जिम्मेदार संस्थान का गैर जिम्मेदाराना रवैया वाकई में कई सवाल खड़े करता है.

बीते 11 से 25 अक्टूबर तक कौलागढ़ के ओएनजीसी ग्राउंड में विरासत मेले का आयोजन किया गया. जिसमें धड़ल्ले से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग किया गया. इतना ही नहीं मेले के खत्म होने के बाद भी यहां से कूड़े के निस्तारण का कोई इंतजाम नहीं किया गया. अब भी डॉ. भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में चारों ओर कूड़े का अंबार लगा है. 1 नवंबर को राज्य सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर रोक लगाने के लिए संकल्प रैली भी निकाली थी, बावजूद इसके प्रदेश में प्लास्टिक का इस्तेमाल अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है.

पढ़ें-नैनीताल: पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के स्टिंग मामले की सुनवाई टली, 7 जनवरी को होगी

हालांकि मामले की जानकारी मिलने के बाद नगर निगम ने निजी संस्था को नोटिस भेजकर एक लाख रुपये का चालान जरुर किया था. नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि जहां पर विरासत कार्यक्रम आयोजित किया गया था वहां अभी भी कूड़ा फैला हुआ है. इसकी पूरी जानकारी नगर निगम को है. उन्होंने कहा कि गंदगी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने बताया कि सिंगल यूज पॉलिथीन बैन करने के बाद जितने भी बड़े आयोजन हुए हैं उसमे किसी ने भी सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं किया.

देहरादून: प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की पूरी कैबिनेट देवभूमि उत्तराखंड को पॉलिथीन मुक्त बनाने के संकल्प के साथ ही जनता को जागरूक करने की कवायद में जुटी है. वहीं इसके उलट प्रदेश में कई ऐसे निजी संस्थान हैं जो सरकार की इस मुहिम को पलीता लगाने का काम कर रहे हैं.

दरअसल बीते कुछ दिनों पहले कौलागढ़ क्षेत्र के डॉ. भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में विरासत मेले का आयोजन किया गया था. जिसमें एक निजी संस्था ने जमकर सिंगल यूज पॉलिथीन का प्रयोग किया. प्रदेश में पॉलिथीन बैन होने के बावजूद भी जिम्मेदार संस्थान का गैर जिम्मेदाराना रवैया वाकई में कई सवाल खड़े करता है.

बीते 11 से 25 अक्टूबर तक कौलागढ़ के ओएनजीसी ग्राउंड में विरासत मेले का आयोजन किया गया. जिसमें धड़ल्ले से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग किया गया. इतना ही नहीं मेले के खत्म होने के बाद भी यहां से कूड़े के निस्तारण का कोई इंतजाम नहीं किया गया. अब भी डॉ. भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में चारों ओर कूड़े का अंबार लगा है. 1 नवंबर को राज्य सरकार ने सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर रोक लगाने के लिए संकल्प रैली भी निकाली थी, बावजूद इसके प्रदेश में प्लास्टिक का इस्तेमाल अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है.

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हालांकि मामले की जानकारी मिलने के बाद नगर निगम ने निजी संस्था को नोटिस भेजकर एक लाख रुपये का चालान जरुर किया था. नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि जहां पर विरासत कार्यक्रम आयोजित किया गया था वहां अभी भी कूड़ा फैला हुआ है. इसकी पूरी जानकारी नगर निगम को है. उन्होंने कहा कि गंदगी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने बताया कि सिंगल यूज पॉलिथीन बैन करने के बाद जितने भी बड़े आयोजन हुए हैं उसमे किसी ने भी सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं किया.

Intro:प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की पूरी कैबिनेट भले ही देवभूमि उत्तराखंड को पॉलिथीन मुक्त बनाने का संकल्प लेने के साथ ही जनता को जागरूक करने की कवायद में जुटी हो बावजूद इसके सरकार के गंभीर होने के बाद भी कई ऐसे निजी संस्थान है जिन्होंने गंदगी को समाप्त करने नहीं बल्कि बढ़ाने का मानो संकल्प लिया हो। जी हां ऐसे ही एक संस्थान के कार्यकलाप को हम आपसे रूबरू कराने जा रहे हैं।





Body:विरासत का नाम तो आपने खूब सुना होगा यह वही विरासत है जो देहरादून के कौलागढ़ क्षेत्र में स्थित ओएनजीसी के डॉ भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में हर साल आयोजित किया जाता है। और इस साल भी 11 से 25 अक्टूबर तक आयोजित हुए इस विरासत मेले में सिंगल यूज़ पॉलिथीन बैन होने के बावजूद भी सिंगल पॉलिथीन का धड़ल्ले से इस्तेमाल किया गया। हालांकि यह मामला नगर निगम के संज्ञान में आने के बाद नोटिस भेजकर एक लाख रुपये का चालान किया था। 


लेकिन विरासत को खत्म हुए करीब 8 दिन का समय हो गया है लेकिन अभी भी ओएनजीसी के डॉ भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में चारों तरफ कूड़े का अंबार फैला हुआ है। ऐसे में जहां 1 नवंबर को राज्य सरकार ने सिंगल यूज पॉलीथिन बंद करने को लेकर संकल्प रैली भी निकाली थी, बावजूद इसके अभी भी स्टेडियम के भीतर चारो ओर फैले गंदगी का अंबार, जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारियों की लापरवाही का प्रत्यक्ष प्रमाण है। 


वही नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि विरासत का कार्यक्रम जहा, आयोजित किया गया था, वहा कूड़ा अभी भी फैला हुआ है इसकी पूरी जानकारी नगर निगम को है। और जिस तरह से उन्होंने उस ग्राउंड में गंदगी की है वो लोग अपने खिलाफ ही साक्ष्य बढ़ाते जा रहे है। और इन लोगो पर ऐसी कार्यवाही की जाएगी, जो और लोगो के लिए उदाहरण बनकर सामने आएगी। साथ ही बताया कि सिंगल यूज़ पॉलिथीन बैन करने के अभियान के बाद जितने भी बड़े आयोजन हुए उसमे किसी ने भी सिंगल यूज़ प्लास्टिक का इस्तेमाल नही किया। सभी ने कागज के प्लेट, गिलास आदि का इस्तेमाल किया। लेकिन नगर निगम के संज्ञान में है कि कुछ लोग अपनी आदतों से बाज नही आये है। उसके पर कार्यवाही की जायेगी।

बाइट - विनय शंकर पांडेय, नगर आयुक्त, देहरादून




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