देहरादून: देवभूमि उत्तराखंड में मानसून का दौर लगातार जारी है. जिसके चलते हो रही बारिश के कारण लोगों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बीती रात पहाड़ी इलाकों में बारिश ने जमकर कहर मचाया. टिहरी, रुद्रप्रयाग, चमोली, श्रीनगर तमाम इलाकों में कमोवेश एक जैसे ही हालात थे. आसमान से बरसी आफत में चार लोग मौत के मुंह में समा गये जबकि, कई मकान जमींदोज होने से लोग बेघर हो गये. वहीं, बात अगर शासन-प्रशासन की करें तो वो भी वो भी इन इलाकों में राहत और बचाव कार्य के लिए युद्धस्तर पर जुटा है.
चमोली के फल्दियां गांव में बादल फटने से आया सैलाब
बीती रात चमोली में बारिश तांडव लेकर आई. जिले के फल्दियां गांव के ऊपर जंगली इलाके में बादल फटने से यहां के नदी नाले उफान पर आ गये. जिसके कारण गांव में पानी और मलबे का सैलाब आ गया. जिसमें कई मकान, पशु और दर्जनों गौशालाएं बह गई. आईजी एसडीआरएफ संजय गुंज्याल के अनुसार फल्दियां गांव में बादल फटने से आये मलबे से अब तक मां-बेटी के शव को बरामद किया जा चुका है. जबकि कई लोग लापता बताये जा रहे रहे हैं.
घनसाली में मलबे में दबने से मां-बेटी की मौत
वहीं, टिहरी जिले के घनसाली क्षेत्र में पड़ने वाले ठेला-थार्ती गांव में बीती रात बादल फटने से एक घर जमीदोंज हो गया. जिसमें मां-बेटे की मौत हो गई. जबकि, एक 12 साल की बच्ची को 108 एम्बुलेंस के अस्पताल भेजा गया है. विभागीय अधिकारियों के अनुसार स्थानीय प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम मौके पर हैं. इलाके में सर्च और राहत का काम युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है.
रुद्रप्रयाग के अगस्तमुनि में भी बादल फटने से मचा कोहराम
बीती रात से आसमान से बरसी आफत में रुद्रप्रयाग के कई इलाके प्रभावित हुए. यहां अगस्तमुनि में भी बादल फटने से अफरा-तफरी मच गई. वहीं, बात अगर श्रीनगर गढ़वाल की करें तो यहां से एक दर्दनाक वीडियो सामने आया है. जिसमें लगातार हो रही बारिश के कारण बदरीनाथ हाईवे पर भूस्खलन हो गया. जहां एक स्कूटी सवार भूस्खलन की चपेट में आ गया. देखते ही देखते स्कूटी अलकनंदा नदी के तेज बहाव में बह गया.
विकासनगर में बारिश से जनजीवन प्रभावित
जौनसार बावर में भारी बारिश के चलते हिमाचल प्रदेश को जोड़ने वाला मोटर मार्ग हरिपुर मिनस पहाड़ी से मलबा आने से जगह-जगह से बंद हो गया है. मोटर मार्ग बंद होने से मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लगी हैं. जिसके कारण यात्रियों को घंटों जाम में फंसना पड़ रहा है. वहीं, लगातार हो रही बारिश के कारण काश्तकार भी काफी परेशान हैं. काश्तकारों का कहना है कि मार्ग जगह-जगह बंद होने के कारण वे अपने सेब को मंडी तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं.
देर रात हुई बारिश के कारण प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर आपदा जैसी स्थिति पैदा हो गई. जिससे निपटने के लिए स्थानीय प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें लगातार काम कर रही हैं. आपदा सचिव अमित नेगी ने बताया कि आपदा प्रबंधन लगातार सभी घटनाओं मॉनिटरिंग कर रहा है. अगर कहीं से भी किसी बड़ी घटना की सूचना मिलती है को वहां पर तत्काल प्रभाव से रेस्क्यू टीमों को रवाना किया जा रहा है.