देहरादून: कोरोना का कोहराम देश-विदेश में मचा हुआ है. लोग बड़ी संख्या में अपने घरों की ओर लौट रहे हैं. लेकिन कोरोना वायरस को लेकर जारी की गई नई एडवाइजरी के बाद वापस लौटने वालों की परेशानियां और बढ़ गई हैं.
मामला लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट का है, जहां भारत के अलग-अलग राज्यों के 63 छात्र फंसे हुए हैं. इन सभी छात्रों ने 19 मार्च को भारत के लिए फ्लाइट बुक की थी. लेकिन कोरोना के कारण भारत में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. जिसके कारण इन छात्रों की समस्याएं और बढ़ गई हैं.
लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पर फंसे इन छात्रों ने 20 मार्च को भारतीय दूतावास पहुंच कर मदद की गुहार लगायी. मगर, 24 घंटे बीतने के बाद भी अभी तक इन्हें किसी तरह की कोई मदद नहीं मिली है. लंदन में फंसे देहरादून के रहने वाले एक छात्र सौरव सैनी ने इस मामले में ईटीवी भारत संवाददाता से व्हाटसएप के जरिए बात की और वहां के हालात बताए.
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छात्र ने बताया कि इंग्लैंड में कोरोना वायरस के चलते अभी तक काफी लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि, बड़ी संख्या में लोग पीड़ित हैं. उन्होंने बताया लगातार बढ़ रहे कोरोना के कहर से बचने के लिए वे देश वापस आना चाहते हैं.
लेकिन, फ्लाइट्स कैंसिल होने और एजवाइजरी के कारण वे वापस नहीं आ पा रहे हैं. उन्होंने बताया वे इसे लेकर लगातार सोशल मीडिया के माध्यम से भारत सरकार से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, मगर अभी तक सरकार की ओर से किसी भी तरह का रिस्पॉन्स नहीं मिला है.
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बता दें कि भारत के ये 63 छात्र इस वक्त लंदन के भारतीय दूतावास में डेरा डाले हुए हैं. ये छात्र देश के उत्तराखंड, केरल, गुजरात, तमिलनाडु आदि राज्य के रहने वाले हैं.