पिथौरागढ़: सल्मोड़ा गांव की रहने वाली शीतल राज ने गुरुवार (16 मई) को एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए माउंट एवरेस्ट फतह कर लिया. जानकारी के मुताबिक, पांच अप्रैल को शीतल काठमांडू से एवरेस्ट के बेस कैंप के लिए रवाना हुईं थीं. वह 15 अप्रैल को बेस कैंप पहुंचीं. 12 मई तक उन्होंने बेस कैंप में रॉक क्लाइबिंग का अभ्यास किया और फिर 13 मई को बेस कैंप से एवरेस्ट समिट के लिए रवाना हो गईं थीं.
देवभूमि की बेटी शीतल राज इससे पहले भी कई रिकॉर्ड अपने नाम कर चुकी हैं. वो साल 2017 में विश्व की तीसरी सबसे ऊंची चोटी कंचनजंगा (28169 फीट) फतह कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुकी हैं. उस वक्त उनकी उम्र केवल 22 वर्ष थी. इससे पहले उन्होंने संतोपथ और त्रिशूल चोटियां भी फतह की थीं.
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गौर हो कि पिथौरागढ़ के एक छोटे से गांव की रहने वाली शीतल के पिता टैक्सी ड्राइवर और मां गृहिणी हैं. उन्होंने दार्जिलिंग के हिमालयन माउंटेनियरिंग इंस्टीट्यूट से माउंटेनियरिंग में कोर्स किया और कई अभियानों का हिस्सा रही हैं. उन्होंने अपना पहला अभियान साल 2014 में कॉलेज के जरिए पूरा किया. कंचनजंगा के लिए शीतल राज का अभियान 2017 अप्रैल में निकला था. नेपाल पहुंचने के बाद इस अभियान के लोगों ने बेस कैंप के लिए चढ़ाई शुरू की जिसमें उन्हें 15 दिन लग गए थे.