वाराणसी : बनारस के कुछ युवाओं ने आवारा पशुओं को बचाने की एक अनोखी मुहिम की शुरू की है. अगर आप रात में गाड़ी से जा रहे हैं तो अब आपके गाड़ी की हेडलाइट जानवरों पर पड़ते ही आप अलर्ट हो जाएंगे. दरअसल युवकों ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में आवारा पशुओं के गले में वाटर प्रूफ रिफ्लेक्टिव कॉलर बांध दिए हैं. इन कॉलरों या नेक बेल्ट पर रेडियम की कोटिंग की गई है. ऐसे में कॉलरों या नेक बेल्ट पर रोशनी पड़ते ही वह तेजी से चमकने लगते हैं. इससे दूर से ही जानवर दिख जाते हैं.
बता दें, बनारस के युवाओं ने प्रोजेक्ट रोशनी (project roshni) के जरिए शहर के बेसहारा पशुओं को बचाने के मुहिम छेड़ी है. युवाओं की यह मुहिम काफी कारगर साबित हो रही है. दरअसल युवाओं ने खुद पैसे जुटाकर घर पर ही रिफ्लेक्टिव कॉलर बनाए हैं. आवारा पशुओं के गले में वाटर प्रूफ रिफ्लेक्टिव काॅलर में रेडियम की कोटिंग की गई है. इससे रात में किसी भी वाहन की रोशनी पड़ते ही ये काॅलर चमक उठते हैं और चालक अलर्ट हो जाते हैं.
इस मुहिम की शुरुआत करने वाले शिवम प्रजापति (Shivam Prajapati) ने बताया कि हम लोग वाराणसी के रोड एनिमल के लिए यह डिवाइस तैयार किया है. इसका नाम प्रोजेक्ट रोशनी रखा है. हम लोग एनिमल के नेक में बांध देते हैं. जिससे एक्ससिडेंट के केस कम हों. अभी तक हम लोग शहर का काफी क्षेत्र कवर कर चुके हैं. अभीतक लगभग 500 से ज्यादा पशुओं को रिफ्लेक्टिव कॉलर बांधा जा चुका है. हमारे ग्रुप का नाम प्रकृति रक्षक एनिमल हेल्पर है. हमारी टीम में 40 युवा हैं. हम लोगों ने BHU, सुंदरपुर, गौदोलिया, मैदागिन, अस्सीघाट समेत कई क्षेत्रों में अभियान चलाया है. शिवम प्रजापति के अनुसार प्रोजेक्ट रोशनी के माध्यम से जानवरों को सुरक्षित व संरक्षित के साथ ही शहरवासी भी सुरक्षित होंगे. क्योंकि रिफ्लेक्टिव कॉलर की वजह से वाहनों के लाइट की चमक चालकों को भी सचेत कर देगी. शिवम ने अपील की है कि हम सभी लोगों का कर्तव्य बनता है कि पशु-पक्षी, जीव जंतु सभी का ख्याल रखें और उन्हें जीने का हक प्रदान करें.
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