वाराणसी : जिले के सारनाथ स्थित केंद्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान में शनिवार की शाम को मंत्री रविन्द्र जायसवाल ने सोवा रिग्पा अस्थाई ओपीडी का शुभारंभ किया. कोरोना काल मे सोवा रिग्पा ओपीडी बंद कर दी गई थी, जिससे मरीजों को काफी परेशानी हो रही थी. मरीजों की सुविधा के लिए संस्थान के मुख्य गेट के पास ही कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रख कर अस्थाई ओपीडी बनाई गई है. इससे मरीज गेट पर ही उपचार करवा कर वापस जा सकेंगे. इस अस्थाई ओपीडी का शुभारंभ शनिवार की शाम स्टाम्प और पंजीयन शुल्क मंत्री रविंद्र जायसवाल ने किया.
इस दौरान मंत्री रविंद्र जायसवाल ने कहा कि सोवा रिग्पा उपचार की प्राचीन पद्धति है. आज भी तिब्बती चिकित्सा पद्धति काफी कारगर है. वहीं तिब्बती संस्थान के कुलपति प्रो. नवांग समतेंन ने संस्थान के पठन-पाठन के बारे में मंत्री रविन्द्र जयसवाल को विस्तार से जानकारी दी. वहीं निर्माणाधीन सोवा रिग्पा हॉस्पिटल और रिसर्च सेंटर का अवलोकन भी करवाया. इस दौरान कुलसचिव डॉ. आर.के. उपाध्याय, सहायक कुलसचिव प्रमोद कुमार सिंह, डॉ. लोबसांग तेनजिंग, डॉ. ताशी दावा सहित अन्य लोग मौजूद थे.