वाराणसी: वैसे तो आपने प्राइमरी पाठशाला में बच्चों को अक्सर पढ़ते हुए देखा होगा, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में इन दिनों प्राइमरी पाठशाला में बच्चे नहीं बल्कि खेतीबाड़ी करने वाले किसान पढ़ रहे हैं. सुनकर आश्चर्य जरूर हो रहा होगा, लेकिन यह यूपी सरकार का एक विशेष योजना है, जो किसानों को उनकी फसलों को बेहतर करने के उद्देश्य से प्रदेश भर में चलाया जा रहा है. 10 जून से शुरू हुई इस स्पेशल पाठशाला में किसान अपनी फसलों को बचाने और उसे उत्तम बनाने की जानकारी हासिल कर रहे हैं.
चार दिवसीय किसान पाठशाला का आयोजन हुआ
- शहर से लगभग 20 किलोमीटर दूर रोहनिया क्षेत्र के फरीदपुर गांव में स्थित एक प्राइमरी विद्यालय में किसान पाठशाला का आयोजन हुआ.
- यह चार दिवसीय आयोजन किसानों को रबी की फसल को बचाने और उसे बेहतर बनाने के उद्देश्य से किया गया है.
- इसमें उन्हें पढ़ाने के लिए एक्सपर्ट के तौर पर कृषि विभाग के विशेषज्ञ और खुद डिप्टी डायरेक्टर मौजूद थे.
- जिसके बाद किसान भी बेहद खुश हैं. किसानों का कहना है कि अब तक हम कृषि विभाग में जाकर इन चीजों के बारे में जानकारी लेते थे.
- लेकिन अब हमारे गांव-गांव और दरवाजे पर आकर जिस तरह से फसलों को बचाने की जानकारी दी जा रही है, वह हमारे लिए मील का पत्थर साबित हो रहा है.
- गर्मी के मौसम में उत्पादों को कैसे बचाएं, कीड़ों से होने वाले नुकसान को कैसे कम किया जाए और तमाम अन्य तरह की जानकारियां हमें मिल रही हैं.
- किसानों ने कहा यह निश्चित तौर पर हमारी फसल को बेहतर बनाकर हमारे लाभ को बढ़ाने में सहायक सिद्ध होंगी.
यह काफी लाभदायक है और 10 तारीख से 14 तारीख तक अलग-अलग ब्लाक के 2 गांवों में इस आयोजन को किया जाना है. जिसे दो पार्ट में होना है. पहला 10 से 14 जून तक और दूसरा 17 से 20 जून तक. यानी कुल मिलाकर इन 8 दिनों के आयोजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस सपने को पूरा करने की कवायद है, जिसमें वह 2022 तक किसानों की आमदनी को दुगना करने की बात कह रहे हैं.
डॉ. राजीव कुमार, डिप्टी डायरेक्टर, कृषि विभाग