वाराणसी : कोरोना महामारी का असर गुलाल के उत्पादन से लेकर मांग पर काफी पड़ा है. मांग और उत्पादन कम होने से कारोबारी काफी निराश हैं. वहीं कोरोना के कारण इस बार काशी के गुलाल मॉरीशस और नेपाल भी नहीं भेजे गए.
बाजार में है मंदी
इस बाबत रामनगर औद्योगिक क्षेत्र के फर्म निदेशक राजेश ने बताया कि होली के 20 दिन पहले ही गुलाल की आपूर्ति कारोबारियों के यहां कर दी जाती थी. महाशिवरात्रि के बाद से ही बिक्री में तेजी होती थी. पिछले 2 साल पहले तक गुलाल करीब डेढ़ करोड़ तक बिक जाता था. लेकिन इस बार कोरोना के प्रकोप देखने को मिल रहा है, इस कारण पिछले साल का बनाया गया गुलाल भी विक्रेताओं के पास बच गया है. ऐसे में इस साल उत्पादन भी कम किया गया है और इसकी पूर्ति भी नहीं हो पा रही है.
मॉरीशस व नेपाल में होती थी आपूर्ति
बता दें कि यूपी में काशी के बाद गुलाल का सबसे अधिक उत्पादन हाथरस में होता है. वहां से पश्चिम यूपी के साथ दिल्ली व अन्य स्थानों पर इसकी आपूर्ति होती है. इसके साथ ही काशी में बनने वाले गुलाल की आपूर्ति गोरखपुर, कानपुर, लखनऊ, सासाराम, डेहरी, चित्रकूट, रीवा के साथ-साथ मॉरीशस व नेपाल में भी की जाती थी. लेकिन इस बार ऑर्डर नहीं आ रहा है जिसकी वजह से दुकानदार काफी निराश हैं.