वाराणसी: जनपद में कोरोना के साथ दिन प्रतिदिन ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ता जा रहा हैं. अब तक जिले में लगभग 25 ब्लैक फंगस के मरीज मिले हैं, इनमें से एक महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई है.
अब तक 25 मामले आए सामने
उत्तर प्रदेश में अब तक सबसे ज्यादा ब्लैक फंगस के मामले वाराणसी जनपद में देखने को मिले हैं. यहां बीएचयू अस्पताल में अब तक 25 मामले ऐसे आ चुके हैं, जिन्हें ब्लैक फंगस की शिकायत है. इनमें से 3 मरीजों का ऑपरेशन भी किया जा चुका है. ऑपरेशन के बाद ही बिहार की रहने वाली एक महिला (50 वर्ष) की बीमारी से मौत भी हो चुकी है. फंगस की शिकायत के बाद महिला के आधे चेहरे को सर्जरी कर निकाल दिया गया था. बीते शनिवार उसकी मृत्यु हो गई. बीएचयू ईएनटी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर डॉ. सुशील कुमार अग्रवाल ने बताया कि ब्लैक फंगस के अब तक कुल 25 मामले आ चुके हैं. फंगस से संक्रमित मरीजों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही उनका ऑपरेशन किया जा रहा है. अभी ऑपरेशन के बाद 2 मरीज भर्ती हैं, जिनकी सेहत की लगातार निगरानी की जा रही है.
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इन मरीजों को रहना है ज्यादा सतर्क
डॉक्टर अग्रवाल ने बताया कि बहुत से लोग अभी भी इस बीमारी को लेकर भ्रम में हैं. लोगों को लग रहा है कि यह कोरोना संक्रमण के बाद होने वाली बीमारी है, लेकिन ऐसा नहीं है. संक्रमण के दौरान शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जा रही है. इस कारण इस बीमारी के बढ़ने की संभावना ज्यादा है. उन्होंने बताया कि शुगर, बीपी और कोरोना से संक्रमित मरीजों को ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है. क्योंकि उन्हें इस बीमारी का खतरा अत्यधिक है.