उन्नाव : मौसम के साथ-साथ संक्रामक रोगों का हमला भी बढ़ता जा रहा है. पारा चढ़ने के साथ ही हीट स्ट्रोक और डायरिया के मरीजों में लगातार वृद्धि हो रही है. जिला अस्पताल में 10 घंटे के अंदर डायरिया के 18 मरीज भर्ती किए गए हैं जबकि ओपीडी में भी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. उधर, बदन झुलसा देने वाली गर्मी से जनजीवन बेहाल है.
गर्मी से लोग परेशान
- तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है. बृहस्पतिवार को पार 43 डिग्री सेल्सियस के पार तापमान पहुंच गया.
- मौसम की तल्खी के साथ ही संक्रामक रोगों का हमला तेज हो गया है.
- लगातार डायरिया और वायरल फीवर के मरीज बढ़ रहे हैं.
- जिला अस्पताल की ओपीडी से लेकर इमरजेंसी तक मौसम की चपेट में आकर बीमार होने वाले मरीजों की ही भीड़ है.
- औसतन प्रतिदिन 150 से 200 संक्रामक रोगों से पीड़ित मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं.
इस तरह लू से करें बचाव
- गर्मी के मौसम में चाय, काफी आदि का सेवन कम करें. साथ ही मसालेदार चीजें भी कम खाएं.
- खुले में रखे बाजार की खाद्य सामग्री का सेवन ना करें. धूप से आने के बाद तत्काल ठंडा पानी ना पिएं.
- गर्मियों में प्यास बुझाने के लिए नींबू पानी में हल्का नमक मिलाकर सेवन करना चाहिए. बर्फ का पानी भी नुकसान कर सकता है.
- गर्मी के दिनों में हल्का व शीघ्र पचने वाला भोजन करना चाहिए.बाहर जाते समय खाली पेट नहीं जाना चाहिए.
- बार-बार पानी पिएं ताकि शरीर में पानी की कमी ना होने पाए और फुल आस्तीन के नरम मुलायम सूती कपड़े पहने, जिससे शरीर का पसीना सूखता रहे.
इस समय उल्टी और दस्त के मरीज ज्यादा आ रहे हैं. इन सब रोगों का एक कारण मुख्य कारण यह है कि लोग जो बाहर खुले में चीजें बिकती हैं, उनका सेवन करते हैं और पैकेट बंद पानी पीते हैं. गर्मी में लोगों को बाहर का फल नहीं खाना चाहिए. बाहर बिकने वाले पानी का सेवन ना करें. घर से पानी पीकर बाहर निकले और बोतल में लेकर भी निकले, जिससे काफी हद तक इस बीमारी से बचा जा सकता है.
-डॉ. शोभित अग्निहोत्री, हृदय रोग विशेषज्ञ, जिला चिकित्सालय उन्नाव