सुलतानपुर: देश भर में लॉकडाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई के शासनादेश में योगी की पुलिस ही असल रोड़ा बन गई है. जानकारी के मुताबिक दुग्ध समितियों को बंद करा रही है. अमेठी और सुलतानपुर के बीच चल रहे वाहनों को जबरन रोक दिया जा रहा है. पराग दूध संस्था के अधिकारियों ने खाकी के उत्पीड़न की कहानी बयां की है.
प्रदेश सरकार के शासनादेश के अनुपालन में जिले की प्रशासनिक इकाई ने भी आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध सप्लाई का आदेश जारी कर रखा है, लेकिन अमेठी जिले की पुलिस है कि अपने अंदाज में काम करती है. बिना किसी शासनादेश के दुग्ध समितियों को बंद करा दिया गया है. इसकी वजह से लोगों को सुबह और शाम दूध नहीं मिल पा रहा है.
जिला मुख्यालय से चंद कदम की दूरी पर पराग संस्थान संचालित है. जहां पर ग्रामीण क्षेत्र यहां तक कि अमेठी के बड़े इलाके से दूध की सप्लाई ली जाती है और सुलतानपुर अमेठी में इसकी सप्लाई भेजी जाती है, लेकिन पड़ोसी जनपद की पुलिस समितियों को बंद कराते हुए वाहनों का आवागमन भी रोक रही है. जबकि यह आवश्यक वस्तु की आपूर्ति में शामिल है.
अवशीतन केंद्र प्रभारी आरटी मिश्र का कहना है कि हमारी गाड़ी जाने नहीं दी जा रही है. दुकान में ज्यादातर बंद है इसलिए वितरण प्रभावित हो रहा है. दूध घर घर नहीं पहुंच पा रहा है. क्षेत्र प्रभारी अनिल तिवारी कहते हैं कि अमेठी जिले में जो प्राय की समितियां हैं. उस पर पुलिस वाले जबरन दबाव बना रहे हैं. समितियों को बंद कराया जा रहा है. जिसके कारण समितियां दूध खरीद नहीं कर पा रही है.