सोनभद्रः पूरा विश्व इस समय कोरोना वायरस जैसी वैश्विक महामारी से बचने के लिए जूझ रहा है. वहीं कोरोना के मद्देनजर पूरे भारत में 21 दिन का लॉक डाउन घोषित किया गया है. इस बीच जिले में एंबुलेंस चालकों और स्टाफ ने शोषण होने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि कई महीने बीत जाने के बावजूद उनकी सैलरी नहीं मिली है. साथ ही साथ ईपीएफ का भी पैसा नहीं आया है.
एंबुलेंस स्टाफ का आरोप है कि हमारी सुरक्षा के लिए कोई भी इंतजाम नहीं किए गए हैं.इसकी वजह से हम लोगों के ऊपर हमेशा खतरा बना रहता है. उनका कहना है कि इसकी जिला प्रशासन से लेकर उच्च स्तर तक शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई. एंबुलेंस के स्टाफ ने चेतावनी दी है कि अगर मंगलवार दोपहर तक उनकी बात नहीं मानी जाती तो वह लोग हड़ताल पर चले जाएंगे.
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एंबुलेंस कर्मचारियों का कहना है कि जितने भी कर्मचारी 108, 102 और वीएलसी के हैं. इनको 3 महीने से सैलरी नहीं मिल रही है. करीब 8 महीने से ईपीएफ भी नहीं काटा जा रहा है. गाड़ी में जितने उपकरण होने चाहिए, उनकी कोई भी व्यवस्था नहीं है. कर्मचारियों का कहना है कि उपकरण न होने से कोरोना के मरीज को ले आने और ले जाने में जान का जोखिम होता है.