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सीतापुरः 53 फीसदी ही बने आयुष्मान कार्ड, सीएचसी प्रभारियों का रोका गया वेतन - मेडिकल स्टाफ

यूपी के सीतापुर में केन्द्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना के तहत बनने वाले गोल्डेन कार्ड में लापरवाही बरती जा रही है. लक्ष्य पूरा न होने के कारण सीएचसी प्रभारियों समेत अन्य मेडिकल स्टाफ का दिसम्बर माह का वेतन रोक दिया गया है.

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Published : Dec 28, 2019, 10:44 AM IST

सीतापुरः जिले में अब तक सिर्फ 53 फीसदी ही गोल्डेन कार्ड बन पाए हैं. कार्ड बनाने की रफ्तार बढ़ाने के लिए सीएचसी प्रभारियों को जो लक्ष्य दिया गया था, वह भी पूरा नहीं हो पाया, लिहाजा सीएमओ ने सीएचसी प्रभारियों समेत अन्य मेडिकल स्टाफ का दिसम्बर माह का वेतन रोक दिया है.

53 फीसदी ही बने आयुष्मान कार्ड, सीएचसी प्रभारियों का रोका गया वेतन.


स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक जिले में 4 लाख 40 हजार 83 परिवार इस योजना के तहत चयनित हुए हैं. इनके गोल्डेन कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, लेकिन अब तक सिर्फ 2 लाख 32 हजार 731 कार्ड ही बनाये जा सके हैं. सीएमओ का कहना है कि कार्ड बनाने की रफ्तार को बढ़ाने के लिए इन लोगों को चेतावनी भी दी गई थी.

इसे भी पढे़ंः-वाराणसी: सीएम योगी ने रैन बसेरा का किया निरीक्षण, गरीबों को बांटे कंबल

कार्ड बनाने की रफ्तार बढ़ाने के लिए सीएचसी प्रभारियों को भी लक्ष्य दिया गया था, लेकिन उन्होंने भी गोल्डेन कार्ड बनाने में पूरी तरह से लापरवाही बरती. जिसके चलते जिले में सिर्फ 52.8 फीसदी कार्ड ही बनाने का काम पूरा हो पाया है. इस लापरवाही के कारण तत्काल प्रभाव से दिसंबर माह का वेतन रोक दिया गया है.
-डॉ. पी. के. सिंह, सीएमओ

सीतापुरः जिले में अब तक सिर्फ 53 फीसदी ही गोल्डेन कार्ड बन पाए हैं. कार्ड बनाने की रफ्तार बढ़ाने के लिए सीएचसी प्रभारियों को जो लक्ष्य दिया गया था, वह भी पूरा नहीं हो पाया, लिहाजा सीएमओ ने सीएचसी प्रभारियों समेत अन्य मेडिकल स्टाफ का दिसम्बर माह का वेतन रोक दिया है.

53 फीसदी ही बने आयुष्मान कार्ड, सीएचसी प्रभारियों का रोका गया वेतन.


स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक जिले में 4 लाख 40 हजार 83 परिवार इस योजना के तहत चयनित हुए हैं. इनके गोल्डेन कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, लेकिन अब तक सिर्फ 2 लाख 32 हजार 731 कार्ड ही बनाये जा सके हैं. सीएमओ का कहना है कि कार्ड बनाने की रफ्तार को बढ़ाने के लिए इन लोगों को चेतावनी भी दी गई थी.

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कार्ड बनाने की रफ्तार बढ़ाने के लिए सीएचसी प्रभारियों को भी लक्ष्य दिया गया था, लेकिन उन्होंने भी गोल्डेन कार्ड बनाने में पूरी तरह से लापरवाही बरती. जिसके चलते जिले में सिर्फ 52.8 फीसदी कार्ड ही बनाने का काम पूरा हो पाया है. इस लापरवाही के कारण तत्काल प्रभाव से दिसंबर माह का वेतन रोक दिया गया है.
-डॉ. पी. के. सिंह, सीएमओ

Intro:सीतापुर: केन्द्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना के गोल्डेन कार्ड बनाने में लापरवाही बरती जा रही है. जिले में अब तक सिर्फ 53 फीसदी कार्ड ही बन पाए हैं. कार्ड बनाने की रफ्तार बढ़ाने के लिए सीएचसी प्रभारियों को जो लक्ष्य दिया गया था वह भी पूरा नही हो पाया है लिहाज़ा सीएचसी प्रभारियों समेत अन्य मेडिकल स्टाफ का दिसम्बर माह का वेतन रोक दिया गया है.


Body:स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ो के मुताबिक जिले में 4 लाख 40 हज़ार 83 परिवार इस योजना के तहत चयनित हुए हैं.इनके गोल्डेन कार्ड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था लेकिन अब तक सिर्फ 2 लाख 32 हज़ार 731 कार्ड ही बनाये जा सके हैं. कार्ड बनाने की रफ्तार बढ़ाने के लिए सीएचसी प्रभारियों को भी लक्ष्य दिया गया था लेकिन उन्होंने भी गोल्डेन कार्ड बनाने में पूरी तरह से लापरवाही बरती.जिसके चलते जिले में सिर्फ 52.8 फीसदी कार्ड ही बनाने का काम पूरा हो पाया है. इस लापरवाही के कारण सभी सीएचसी प्रभारियों समेत अन्य संबंधित मेडिकल स्टाफ का दिसम्बर माह का वेतन तत्काल प्रभाव से अग्रिम आदेशों तक रोक दिया गया है.


Conclusion:बाइट-डॉ. पी. के. सिंह (सीएमओ)

सीतापुर से नीरज श्रीवास्तव की रिपोर्ट,9415084887
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