ETV Bharat / state

अल्जाइमर से बचाता है नियमित खानपान और तनाव रहित जिंदगी

प्रत्येक वर्ष 21 सितंबर को विश्व अल्जाइमर दिवस (World Alzheimer's Day) मनाया जाता है. शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज की मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. सुधा जोशी ने बताया कि तनाव भरी जिंदगी और अनियमित खानपान के चलते लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं.

shahjahanpur psychiatrist dr sudha joshi  on world alzheimer day 21 september 2021
shahjahanpur psychiatrist dr sudha joshi on world alzheimer day 21 september 2021
author img

By

Published : Sep 21, 2021, 7:29 PM IST

शाहजहांपुर: प्रत्येक वर्ष 21 सितंबर को विश्व अल्जाइमर दिवस (World Alzheimer's Day) मनाया जाता है. एक उम्र के बाद ये बीमारी लोगों को होने लगती है. इस बीमारी में लोग चीजें भूलने लग जाते हैं. मानसिक रोग विशेषज्ञों का कहना है कि इस भूलने की बीमारी (amnesia) को नियंत्रित करना आवश्यक है. विशेषज्ञों की मानें तो आज के दौर की तनाव भरी जिंदगी और अनियमित खानपान के चलते लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. मेडिटेशन और कामकाज में लगे रहने से इस बीमारी से निजात पाई जा सकती है. विश्व अल्जाइमर दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों को बीमारी के प्रति जागरूक करना है. शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के साथ ही मानसिक रूप से अपने आप को स्वस्थ रखें.

जानकारी देती मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. सुधा जोशी
हेल्दी लाइफ स्टाइल अपनाकर और नशे से दूर रहकर अल्जाइमर (Alzheimer) से बचाव किया सकता है. बुजुर्गों में ये बीमारी सबसे ज्यादा पायी जाती है. बुजुर्गों को अल्जाइमर से बचाने के लिए आवश्यक है कि परिवार के सभी सदस्य उनको अपनापन दिखाएं. ऐसे कुछ करें कि वो बिजी रहें, उनकी पसंद का ख्याल रखें.ये भी पढ़ें- ETV BHRAT के पास महंत नरेंद्र गिरि का सुसाइड नोट, पढ़िए क्या लिखा था?


इस मामले में मेडिकल कॉलेज की मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. सुधा जोशी ने बताया कि अल्जाइमर बीमारी ज्यादातर 60 वर्ष से अधिक की उम्र के लोगों में पाई जाती है लेकिन आजकल यह बीमारी कम उम्र के लोगों में भी देखी जा रही है. इस बीमारी से लोगों की याददाश्त चली जाती है.

ये भी पढ़ें- अश्लील फोटो वायरल कर आनंद गिरि बदनाम करेगा, पढ़िए नरेंद्र गिरि का सुसाइड नोट...

यह बीमारी खानपान में अनियमितता और तनाव भरी जिंदगी के कारण हो रही है. हेल्दी लाइफस्टाइल और नशे से दूरी बनाकर इस बीमारी से खुद को बचाया जा सकता है. अल्जाइमर के मरीजों को नियमित तौर पर मेडिटेशन करने और उनका ध्यान किसी काम में लगाने की सलाह दी जाती है. थोड़ी सावधानी से इस बीमारी से निजात पाई जा सकती है.

शाहजहांपुर: प्रत्येक वर्ष 21 सितंबर को विश्व अल्जाइमर दिवस (World Alzheimer's Day) मनाया जाता है. एक उम्र के बाद ये बीमारी लोगों को होने लगती है. इस बीमारी में लोग चीजें भूलने लग जाते हैं. मानसिक रोग विशेषज्ञों का कहना है कि इस भूलने की बीमारी (amnesia) को नियंत्रित करना आवश्यक है. विशेषज्ञों की मानें तो आज के दौर की तनाव भरी जिंदगी और अनियमित खानपान के चलते लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. मेडिटेशन और कामकाज में लगे रहने से इस बीमारी से निजात पाई जा सकती है. विश्व अल्जाइमर दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों को बीमारी के प्रति जागरूक करना है. शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के साथ ही मानसिक रूप से अपने आप को स्वस्थ रखें.

जानकारी देती मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. सुधा जोशी
हेल्दी लाइफ स्टाइल अपनाकर और नशे से दूर रहकर अल्जाइमर (Alzheimer) से बचाव किया सकता है. बुजुर्गों में ये बीमारी सबसे ज्यादा पायी जाती है. बुजुर्गों को अल्जाइमर से बचाने के लिए आवश्यक है कि परिवार के सभी सदस्य उनको अपनापन दिखाएं. ऐसे कुछ करें कि वो बिजी रहें, उनकी पसंद का ख्याल रखें.ये भी पढ़ें- ETV BHRAT के पास महंत नरेंद्र गिरि का सुसाइड नोट, पढ़िए क्या लिखा था?


इस मामले में मेडिकल कॉलेज की मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. सुधा जोशी ने बताया कि अल्जाइमर बीमारी ज्यादातर 60 वर्ष से अधिक की उम्र के लोगों में पाई जाती है लेकिन आजकल यह बीमारी कम उम्र के लोगों में भी देखी जा रही है. इस बीमारी से लोगों की याददाश्त चली जाती है.

ये भी पढ़ें- अश्लील फोटो वायरल कर आनंद गिरि बदनाम करेगा, पढ़िए नरेंद्र गिरि का सुसाइड नोट...

यह बीमारी खानपान में अनियमितता और तनाव भरी जिंदगी के कारण हो रही है. हेल्दी लाइफस्टाइल और नशे से दूरी बनाकर इस बीमारी से खुद को बचाया जा सकता है. अल्जाइमर के मरीजों को नियमित तौर पर मेडिटेशन करने और उनका ध्यान किसी काम में लगाने की सलाह दी जाती है. थोड़ी सावधानी से इस बीमारी से निजात पाई जा सकती है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.