ETV Bharat / state

अफगानिस्तान में लोग कर रहे लूटपाट, वतन वापस लौटे जीत बहादुर ने सुनाई दर्दनाक दास्तां - शाहजहांपुर न्यूज

अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां के हालात बेहद खराब हैं. यूपी के शाहजहांपुर जिले के निवासी जीत बहादुर थापा की वतन वापसी हो गई है. वतन वापसी के बाद थापा ने अफगानिस्तान के हालातों की दास्तां बयां की है. जीत बहादुर ने बताया कि अफगानिस्तान में लोगों ने उसके 2,200 यूएस डॉलर लूट लिए और वह 32 किलोमीटर पैदल चलकर एयरपोर्ट तक पहुंचा था.

वतन वापस लौटे जीत बहादुर ने सुनाई दर्दनाक दास्तां
वतन वापस लौटे जीत बहादुर ने सुनाई दर्दनाक दास्तां
author img

By

Published : Aug 23, 2021, 6:10 PM IST

शाहजहांपुर : अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे का मामला पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है. विश्व भर में तालिबान की निंदा हो रही है. सभी देश अपने-अपने नागरिकों को अफगानिस्तान से निकालने के लिए प्रयास कर रहे हैं. भारत सरकार भी अफगानिस्तान से फंसे नागरिकों को निकालने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास कर रही है. अब तक लगभग 400 भारतीय नागरिकों को अफगानिस्तान से निकाला जा चुका है. इसी क्रम में शाहजहांपुर जिले के निवासी जीत बहादुर थापा की घर वापसी हो गई है.

जीत बहादुर थापा सोमवार को काबुल से अपने गृह जनपद शाहजहांपुर पहुंचे हैं. इस अवसर पर थापा के परिजनों में खुशी का महौल है. जीत बहादुर थापा के घर पहुंचने पर उनकी बहनों ने सोमवार को भाई की कलाई पर राखी बांधकर रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया. जीत बहादुर की घर वापसी पर उनके परिजनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया.

काबुल में स्थानीय लोग करते हैं लूटपाट, हालात नाजुक

अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से जीत बहादुर थापा का उनके परिजनों से संपर्क नहीं हो पाया था. जीत बहादुर थापा से संपर्क न होने के कारण उसके परिजन काफी चिंतित थे. वहीं जीत बहादुर की घर वापसी होने पर उसके परिजनों में खुशी की लहर है. घर वापसी होने पर जीत बहादुर ने काबुल में फंसे होने की आपबीती सुनाई. जीत बहादुर थापा ने बताया कि वह काबुल की एक कंसलटेंसी कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर नौकरी करता था.

अफगानिस्तान से घर वापसी के बाद जीत बहादुर थापा ने मनाया रक्षाबंधन का पर्व
अफगानिस्तान से घर वापसी के बाद जीत बहादुर थापा ने मनाया रक्षाबंधन का पर्व

लगभग ढाई वर्ष से वह काबुल में नौकरी कर रहा था. 15 अगस्त को तालिबानियों ने उनकी कंपनी पर कब्जा कर लिया और कर्मचारियों को कंपनी से बाहर निकाल दिया. जिसके बाद थापा किसी तरह पैदल चलकर एयरपोर्ट तक पहुंचा. इस दौरान उसने लगभग 32 किलोमीटर का सफर पैदल चलकर तय किया. जिसके बाद इंडियन एयर फोर्स के विमान से उसे भारत लाया गया.

अफगानिस्तान से शहजहांपुर सकुशल वापस लौटे जीत बहादुर थापा
अफगानिस्तान से शहजहांपुर सकुशल वापस लौटे जीत बहादुर थापा

वतन वापस लौटे जीत बहादुर थापा ने बताया कि अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के बाद हालात बहुत खराब हैं. काबुल के आसपास स्थानीय लोग लूटपाट कर रहे हैं. थापा ने बताया कि स्थानीय लोगों ने उसके 2,200 यूएस डॉलर (भारतीय करेंसी के अनुसार एक लाख से अधिक रुपया) लूट लिया है.

वतन वापस लौटे जीत बहादुर ने सुनाई दर्दनाक दास्तां
वतन वापस लौटे जीत बहादुर ने सुनाई दर्दनाक दास्तां

इसे पढ़ें- कल्याण सिंह के नाम पर होगी राम जन्मभूमि की सड़क और अलीगढ़ एयरपोर्ट

शाहजहांपुर : अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे का मामला पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है. विश्व भर में तालिबान की निंदा हो रही है. सभी देश अपने-अपने नागरिकों को अफगानिस्तान से निकालने के लिए प्रयास कर रहे हैं. भारत सरकार भी अफगानिस्तान से फंसे नागरिकों को निकालने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास कर रही है. अब तक लगभग 400 भारतीय नागरिकों को अफगानिस्तान से निकाला जा चुका है. इसी क्रम में शाहजहांपुर जिले के निवासी जीत बहादुर थापा की घर वापसी हो गई है.

जीत बहादुर थापा सोमवार को काबुल से अपने गृह जनपद शाहजहांपुर पहुंचे हैं. इस अवसर पर थापा के परिजनों में खुशी का महौल है. जीत बहादुर थापा के घर पहुंचने पर उनकी बहनों ने सोमवार को भाई की कलाई पर राखी बांधकर रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया. जीत बहादुर की घर वापसी पर उनके परिजनों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया.

काबुल में स्थानीय लोग करते हैं लूटपाट, हालात नाजुक

अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से जीत बहादुर थापा का उनके परिजनों से संपर्क नहीं हो पाया था. जीत बहादुर थापा से संपर्क न होने के कारण उसके परिजन काफी चिंतित थे. वहीं जीत बहादुर की घर वापसी होने पर उसके परिजनों में खुशी की लहर है. घर वापसी होने पर जीत बहादुर ने काबुल में फंसे होने की आपबीती सुनाई. जीत बहादुर थापा ने बताया कि वह काबुल की एक कंसलटेंसी कंपनी में सुपरवाइजर के पद पर नौकरी करता था.

अफगानिस्तान से घर वापसी के बाद जीत बहादुर थापा ने मनाया रक्षाबंधन का पर्व
अफगानिस्तान से घर वापसी के बाद जीत बहादुर थापा ने मनाया रक्षाबंधन का पर्व

लगभग ढाई वर्ष से वह काबुल में नौकरी कर रहा था. 15 अगस्त को तालिबानियों ने उनकी कंपनी पर कब्जा कर लिया और कर्मचारियों को कंपनी से बाहर निकाल दिया. जिसके बाद थापा किसी तरह पैदल चलकर एयरपोर्ट तक पहुंचा. इस दौरान उसने लगभग 32 किलोमीटर का सफर पैदल चलकर तय किया. जिसके बाद इंडियन एयर फोर्स के विमान से उसे भारत लाया गया.

अफगानिस्तान से शहजहांपुर सकुशल वापस लौटे जीत बहादुर थापा
अफगानिस्तान से शहजहांपुर सकुशल वापस लौटे जीत बहादुर थापा

वतन वापस लौटे जीत बहादुर थापा ने बताया कि अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के बाद हालात बहुत खराब हैं. काबुल के आसपास स्थानीय लोग लूटपाट कर रहे हैं. थापा ने बताया कि स्थानीय लोगों ने उसके 2,200 यूएस डॉलर (भारतीय करेंसी के अनुसार एक लाख से अधिक रुपया) लूट लिया है.

वतन वापस लौटे जीत बहादुर ने सुनाई दर्दनाक दास्तां
वतन वापस लौटे जीत बहादुर ने सुनाई दर्दनाक दास्तां

इसे पढ़ें- कल्याण सिंह के नाम पर होगी राम जन्मभूमि की सड़क और अलीगढ़ एयरपोर्ट

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.