सहारनपुर: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने इस्लामिक मदरसों के लिए एक बार फिर बड़ी घोषणा की है. सरकार ने अपने चौथे बजट में मदरसों को 479 करोड़ रुपये का प्रस्ताव पास किया है. मदरसों के लिए पास किए गए बजट का जहां देवबन्दी उलेमाओं ने समर्थन किया है, वहीं कुछ ने बजट को खामियां भरा भी करार दिया है. उलेमाओं का कहना है कि बजट में मदरसों के लिए पास की गई रकम, जब तक उनके पास नहीं पहुंच जाती, वह सतुंष्ट नहीं हो सकते हैं.
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देवबंदी उलेमा मुफ्ती अरशद फारूकी ने मदरसों के लिए जारी बजट का समर्थन करते हुए कहा कि सरकार का यह बजट मामूल के मुताबिक है. बोर्ड से मान्यता प्राप्त अरबी, फारसी मदरसों के लिए जो बजट पेश किया गया है, वह बजट मदरसों के संचालकों, एक्सपर्ट, जिम्मेदार और अर्थशास्त्रियों की राय से मिलती है, तो यह बजट सही है. उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में ऐसे बजट जारी करती रहे.
वहीं कारी इशहाक गोरा का कहना है कि इस बजट में बहुत सारी खामियां है. बजट में मदरसों के लिए जो 479 करोड़ रुपये की रकम जारी करने की घोषणा की गई है, यह सिर्फ एलान ही है. बजट में जारी की गई रकम मदरसों को मिल पाएगी या नहीं, यह भी एक बड़ा सवाल है.