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रामपुर: हाथियों को पकड़ने के लिए तीन हथनिया बिछाएंगी प्रेम जाल - डीएफओ रामपुर

उत्तर प्रदेश के रामपुर में जंगली हाथियों का आतंक सर चढ़कर बोल रहा है. पिछले लगभग 2 हफ्तों से जंगली हाथी रामपुर में डेरा डाले हुए हैं. वन विभाग के अधिकारी उन्हें पकड़ने और आबादी वाले क्षेत्र से दूर ले जाने की कोशिश में जुटे हुए हैं.

जंगली हाथियों का आतंक.
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Published : Jul 17, 2019, 10:30 AM IST

रामपुर: जिले में पिछले 2 हफ्तों से जंगली हाथियों का आतंक लोगों का परेशानी का सबब बना हुआ है. वन विभाग द्वारा लोगों को हाथियों से दूर रहने की सलाह दी जा रही है. वहीं आबादी वाले क्षेत्रों में अनाउंसमेंट के जरिए लोगों को सतर्क किया जा रहा है. फिलहाल हाथियों को दूर ले जाने के लिए वन विभाग की टीम को तीन हथिनियों का सहारा लेना पड़ रहा है.

जंगली हाथियों का आतंक.
  • जिले में पिछले 2 हफ्तों से जंगली हाथी डेरा डाले हुए हैं.
  • वन विभाग की टीम हाथियों को जंगल में ले जाने के लिए हथिनियों का सहारा ले रही है.
  • हथनिया हाथियों को अपने प्रेम जाल में फंसा कर अपने साथ आबादी से दूर ले जायेंगी.
  • अगर ऐसा होता है तो यह देखना बहुत रोमांचक होगा कि इंसानों की तरह जानवरों में भी प्यार का एहसास होता है.
  • हालांकि यह झूठा प्रेम जाल होगा, लेकिन अब शायद यही हाथियों को आबादी से दूर ले जाने का एकमात्र रास्ता बचा है

हथिनियों के महावत अनीस ने बताया लखीमपुर खीरी के दुधवा नेशनल पार्क से 4 हाथी लाए गए थे, जिनमें से एक मेल हाथी वापस भेज दिया गया है और शेष तीन हथनियां गंगा कली, सुलोचना और चमेली लाई गई हैं, जिनके मल मूत्र से एक ट्रैक बनाया जाएगा. जिस पर हाथी मूव करेगा यह प्रक्रिया कल से शुरू की जाएगी.

जंगली हाथियों को रामपुर से बाहर ले जाने के लिए तीन हथिनियों को लाया गया है. जिनकी मदद से हाथियों को एक दिशा में ले जाया जा सकेगा. यह भी एक विकल्प है, लेकिन हमारा प्राथमिक विकल्प हाथियों को ट्रेंकुलाइजर करना है और हाथियों को पीलीभीत की ओर ले जाया जाएगा. फीमेल हाथियों के मल मूत्र के सहारे हाथियों को ड्राइव किया जाए सकता है.
-ए के कश्यप, डीएफओ

रामपुर: जिले में पिछले 2 हफ्तों से जंगली हाथियों का आतंक लोगों का परेशानी का सबब बना हुआ है. वन विभाग द्वारा लोगों को हाथियों से दूर रहने की सलाह दी जा रही है. वहीं आबादी वाले क्षेत्रों में अनाउंसमेंट के जरिए लोगों को सतर्क किया जा रहा है. फिलहाल हाथियों को दूर ले जाने के लिए वन विभाग की टीम को तीन हथिनियों का सहारा लेना पड़ रहा है.

जंगली हाथियों का आतंक.
  • जिले में पिछले 2 हफ्तों से जंगली हाथी डेरा डाले हुए हैं.
  • वन विभाग की टीम हाथियों को जंगल में ले जाने के लिए हथिनियों का सहारा ले रही है.
  • हथनिया हाथियों को अपने प्रेम जाल में फंसा कर अपने साथ आबादी से दूर ले जायेंगी.
  • अगर ऐसा होता है तो यह देखना बहुत रोमांचक होगा कि इंसानों की तरह जानवरों में भी प्यार का एहसास होता है.
  • हालांकि यह झूठा प्रेम जाल होगा, लेकिन अब शायद यही हाथियों को आबादी से दूर ले जाने का एकमात्र रास्ता बचा है

हथिनियों के महावत अनीस ने बताया लखीमपुर खीरी के दुधवा नेशनल पार्क से 4 हाथी लाए गए थे, जिनमें से एक मेल हाथी वापस भेज दिया गया है और शेष तीन हथनियां गंगा कली, सुलोचना और चमेली लाई गई हैं, जिनके मल मूत्र से एक ट्रैक बनाया जाएगा. जिस पर हाथी मूव करेगा यह प्रक्रिया कल से शुरू की जाएगी.

जंगली हाथियों को रामपुर से बाहर ले जाने के लिए तीन हथिनियों को लाया गया है. जिनकी मदद से हाथियों को एक दिशा में ले जाया जा सकेगा. यह भी एक विकल्प है, लेकिन हमारा प्राथमिक विकल्प हाथियों को ट्रेंकुलाइजर करना है और हाथियों को पीलीभीत की ओर ले जाया जाएगा. फीमेल हाथियों के मल मूत्र के सहारे हाथियों को ड्राइव किया जाए सकता है.
-ए के कश्यप, डीएफओ

Intro:Rampur up

स्लग हाथियों को पकड़ने के लिए तीन हथनिया बिछाएंगे प्रेम जाल

एंकर उत्तर प्रदेश के रामपुर में जंगली हाथियों का आतंक सर चढ़कर बोल रहा है पिछले लगभग 2 हफ्तों से जंगली हाथी रामपुर में डेरा डाले हुए हैं इस बीच हाथियों से संघर्ष करते हुए कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी वहीं वन विभाग के अधिकारी उन्हें पकड़ने और आबादी वाले क्षेत्र से दूर ले जाने की कोशिश में जुटे हुए हैं वन विभाग द्वारा लोगों को हाथियों से दूर रहने की सलाह दी जा रही है वही आबादी वाले क्षेत्रों में अनाउंसमेंट के जरिए लोगों को सतर्क किया जा रहा है फिलहाल हाथियों को दूर ले जाने के लिए वन विभाग की टीम को तीन हथनियो का सहारा लेना पड़ रहा है जो हाथियों को अपने प्रेम जाल में फंसा कर अपने साथ आबादी से दूर ले जायेंगे अगर ऐसा होता है तो यह देखना बहुत रोमांचक होगा कि इंसानों की तरह जानवरों में भी प्यार का एहसास होता है हालांकि यह झूठा प्रेम जाल होगा लेकिन अब शायद यही हाथियों को आबादी से दूर ले जाने का एकमात्र रास्ता बचा है


Body:वियो 1 लाई गई हथनीयो के महावत अनीस ने बताया लखीमपुर खीरी के दुधवा नेशनल पार्क से 4 हाथी लाए गए थे जिनमें से एक मेल हाथी वापस भेज दिया गया है और शेष तीन हथिया गंगा कली,, सुलोचना और चमेली लाई गई हैं जिनके मल मूत्र से एक ट्रैक बनाया जाएगा जिस पर हाथी मूव करेगा यह प्रक्रिया कल से शुरू की जाएगी

वियो 2 वही इस संबंध में डीएफओ एके कश्यप ने बताया जंगली हाथियों को रामपुर से बाहर ले जाने के लिए तीन हाथियों का लाया गया है जिनकी मदद से हाथियों को एक दिशा में ले जाया जा सकेगा यह भी एक विकल्प है लेकिन हमारा प्राथमिक विकल्प हाथियों को ट्रंकुलाइज़र करना है और हाथियों को पीलीभीत की ओर ले जाया जाएगा डीएफओ ने बताया कि फीमेल हाथियों के मल मूत्र के सहारे हाथियों को ड्राइव किया जाए सकता है वहीं हाथियों के प्रेम जाल में पढ़ने के सवाल पर डीएफओ ने कहा यह देखने वाली बात होगी और ऐसा ही होना चाहिए


Conclusion:बाइट ए के कश्यप डीएफओ
बाइट अनीस महावत
विसुअल हथनिया

Reporter Azam Khan 8218676978,,8791987181
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