रायबरेली: शहर के प्रमुख मार्ग से गुजरते वक्त भी अब आपको देश के सुरक्षा बलों पर फक्र होने का अहसास होने वाला है. देश की सुरक्षा में अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले सेना के वीर सपूतों की बलिदान गाथा भी शहर के भ्रमण के दौरान देखने को मिलेगी. शहर के प्रशासनिक एपिसेंटर करार दिए जाने वाले कलेक्ट्रेट परिसर से लगे सैनिक कल्याण व पुनर्वास कार्यालय में आकर्षक बदलाव किए जा रहे है. कार्यालय परिसर को नए तेवर व कलेवर से बेहद आकर्षक स्वरूप दिया जा रहा है. सैनिक शौर्य द्वार के नाम से भव्य एंट्री गेट बनाने के बाद अब बाउंड्री वाल पर भी सेना के जवानों के अदम्य साहस को उकेरा जा रहा है. चीनी सेना के साथ तनातनी के बीच इस प्रयास से देशभक्त न केवल सुखद अहसास की अनुभूति करेंगें, साथ ही सेना के गौरव गाथा से आत्मविश्वास से लबरेज होंगे.
कर्नल सूर्य बली सिंह ने बताया कि लोगों में देशभक्ति की भावना ओतप्रोत करने के मकसद से भारतीय सेना के अदम्य साहस और शूरवीरता को बाउंड्री वॉल पर उकेरा जा रहा है. इनमें भारतीय सेना के रणबाकुरों को कई आधुनिक हथियार का उपयोग करते हुए भी दिखाया जा रहा है. इसके अलावा सबसे खास बात यह भी है कि नई पीढ़ी के युवाओं को भी इन सभी माध्यमों से देश की शौर्य गाथा से परिचय कराने का भी यह बेहतरीन माध्यम होगा और सही मायनों में यह उन्हें सेना में आने के लिए प्रेरित करेगा.