प्रयागराज: धूमनगंज थाना क्षेत्र के मरियाडीह गांव में गोकशी के वांछित आरोपी के घर दबिश देने गई पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया. इस हमले में सात पुलिसकर्मी घायल हो गए. पुलिस टीम पर हमला करने वाले 20 नामजद सहित अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर किया गया है.
जानें क्या है मामला-
- मरियाडीह गांव में वर्ष 2009 में गोकशी का एक मुकदमा दर्ज किया गया था.
- 11 पशुओं के वध के मामले में नूरेन और मोमिन को पशु क्रूरता अधिनियम के तहत आरोपी बनाया गया था.
- पुलिस मोमिन को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी, लेकिन नूरेन फरार चल रहा था.
- पुलिस ने नूरेन पर इनाम घोषित कर रखा था.
- शनिवार देर शाम पुलिस को सूचना मिली कि अपराधी नूरेन इस समय अपने गांव में है.
- सूचना पाकर पुलिस टीम ने घेराबंदी कर नूरेन को गिरफ्तार कर लिया.
- नूरेन की गिरफ्तारी देख ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया.
- इस दौरान ग्रामीणों ने बम और गोलियां भी चलाई.
- पुलिस टीम ने बचाव करते हुए हवाई फायरिंग की.
- ग्रामीणों ने एक पुलिसकर्मी को बंधक भी बना लिया.
- हमले में सात पुलिसकर्मी घायल हो गए.
- मौके का फायदा उठाकर नूरेन पुलिस के कब्जे से फरार हो गया.
बाद में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए गांव में कई थानों की पुलिस के अलावा पीएसी की टीम ने छापेमारी की, लेकिन तब तक पुलिस टीम से मारपीट और फायरिंग करने वाले सभी आरोपी घर छोड़कर फरार हो गए.
नूरैन नाम का व्यक्ति गोकशी के मामले में आरोपी था, जिसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस मरियाडीह गांव गई थी. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन पुलिस बल कम होने के कारण ग्रामीणों ने उन पर हमला बोल दिया और फायरिंग भी की. इसमें पुलिसकर्मियों को चोटें भी आई और आरोपी को छुड़ा ले गए. संबंधित मामले में मुकदमा पंजीकृत कर पुलिस टीम पर हमला करने वालों की तलाश की जा रही है.
-आशुतोष मिश्रा, एसपी