प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के समाजवादी पार्टी के छात्र नेता बुधवार को छात्र संघ भवन में एकजुट हुए. छात्रों ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र नेता अजय यादव सम्राट के नेतृत्व में यूजीसी से जारी की गई गाइडलाइन का विरोध करते हुए राष्ट्रपति को खून से पत्र लिखकर अपना विरोध दर्ज कराया.
इन मांगों को लेकर विरोध
इसके साथ ही इसकी प्रतिलिपि मानव संसाधन विकास मंत्रालय विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को भी फैक्स कर भेजी गई. छात्रों की मांग है कि कोरोना महामारी के चलते जिस तरह से प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों को प्रमोट किया गया है, उसी तरह तृतीय ईयर के छात्रों को प्रमोट किया जाए. इन्हीं मांगों को लेकर छात्रों ने खून से पत्र लिखकर विरोध किया.
सभी छात्रों को किया जाए प्रमोट
समाजवादी पार्टी के छात्र नेता अजय सम्राट ने कहा देश के प्रधानमंत्री कहते हैं कि 'जान है तो जहान है'. ऐसे में छात्र-छात्राओं के जीवन से विश्वविद्यालय प्रशासन खिलवाड़ क्यों कर रहा है. परीक्षा की अनिश्चितता को देखते हुए छात्र तनाव में है. ऐसे में राष्ट्रपति से प्रार्थना है कि इस अनिश्चितता को समाप्त करते हुए समस्त परीक्षाएं स्थगित करने की कृपा करें. हमारी मांग है कि सभी छात्रों का जनरल प्रमोशन कर दिया जाए.
विश्वविद्यालय में कोरोना का कहर जारी
समाजवादी पार्टी के छात्र नेता अरविंद सरोज ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कोरोना का कहर जारी है. विश्वविद्यालय के प्रोफेसर समेत कई छात्र इसके शिकार हुए हैं. अगर परीक्षा होती है तो और छात्र कोरोना के संक्रमण में आ सकते हैं. ऐसे में परीक्षा न हो, इसके लिए हम सभी छात्र यूजीसी की गाइडलाइंस का पालन न करते हुए इसका विरोध करते हैं.
इस मौके पर समाजवादी छात्र सभा के जिलाध्यक्ष अखिलेश गुप्ता गुड्डू, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष आदिल हमजा, वरिष्ठ छात्र नेता अविनाश विद्यार्थी, अरविंद सरोज, मोहम्मद सलमान, विजयकांत बिपिन आदि लोग उपस्थित रहे.