पीलीभीत: जिले में कई सालों से दोस्त के घर रह रहे एक अधेड़ ने आत्महत्या कर ली. सूचन देने पर भी पुलिस कई घंटों तक घटनास्थल पर नहीं पहुंची. इसके बाद अधेड़ के परिजन शव लेकर पैतृक गांव चले गए. अभी तक आत्महत्या करने के कारणों का पता नहीं चला है.
जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत अटंगा गांव निवासी छदम्मीलाल (46) कई साल से अपने दोस्त प्यारे लाल के घर एमी गांव में रहते थे. बुधवार सुबह अचानक छदम्मीलाल का शव घर के ऊपरी हिस्से में लटकता हुआ मिला. प्यारेलाल के परिवारजनों ने पूरे मामले की सूचना मृतक के परिवारजनों व पुलिस को दी. घटना की जानकारी मिलने के बाद परिजन जहानाबाद थाना क्षेत्र के एमी गांव आए और शव को अपने साथ नवाबगंज थाना क्षेत्र के पैतृक गांव अटंगा ले गए.
महिला बोली, बेटे से हुई थी लड़ाई: अधेड़ के दोस्त प्यारेलाल की पत्नी चम्पा देवी ने बताया कि कुछ दिन पहले छदम्मीलाल की अपने बेटे सचिन से कहासुनी हुई थी. इस दौरान बेटे ने पिता को मारने की धमकी भी दी थी. इसी कारण से छदम्मीलाल टेंशन में चल रहे थे. फिलहाल, आत्महत्या करने का क्या कारण था इसको लेकर कोई भी स्पष्ट जानकारी नहीं दे पाया है. वहीं, छदम्मीलाल के बेटे सचिन ने किसी भी प्रकार की लड़ाई होने से इंकार किया है.
अफसरों की फटकार के बाद दौड़ी पुलिस: जहानाबाद पुलिस इस पूरे मामले में बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. थाना क्षेत्र से 12 किलोमीटर दूर स्थित गांव में अधेड़ द्वारा आत्महत्या करने की सूचना मिलने के बाद भी पुलिस घंटों तक मौके पर नहीं पहुंची. जब अफसरों को पूरे मामले की जानकारी लगी. तो अफसरों ने थाना पुलिस को फटकार लगाई. जिसके बाद जहानाबाद पुलिस शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए पैतृक गांव अटंगा पहुंची. जहां से पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
मामले पर जानकारी देते हुए जहानाबाद थाना अध्यक्ष प्रभास चंद्र ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. जांच के बाद मामले में जोभी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर विधिक कार्रवाई की जाएगी.
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