पीलीभीत: बरखेड़ा थाना क्षेत्र से अचंभित करने का एक मामला सामने आया है. यहां जेल में बंद कैदी के नाम पर लोन हो गया, लेकिन इसकी जानकारी न तो कैदी को हुई न ही उसके परिवार को. लिहाजा बैंक ने घर पर लोन जमा न करने का नोटिस भेज दिया. तब जाकर परिजनों को इसकी जानकारी हुई. सोमवार को कैदी के परिजन पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर उनके साथ हुए फ्रॉड की शिकायत की. पीड़ित परिवार ने मोहल्ले के रहने वाले एक व्यक्ति पर आरोप लगाया. मामले में एसपी ने कार्रवाई की बात कही है.
कैदी के नाम पर लिया गया फर्जी लोन-
- मामला थाना बरखेड़ा क्षेत्र के मोहम्मद गंज रामपुरा गांव का है.
- यहां के रहने वाले लालता प्रसाद पुत्र राम प्रसाद 2001 से कारागार में बंद हैं.
- लालता प्रसाद के नाम पर किसी भी प्रकार का कोई लोन नहीं था.
- पीड़ित के गांव का ही रहने वाला शिवचरण लाल पुत्र देवीराम ने बीते 29 अप्रैल को 4,39000 का फर्जी लोन ले लिया था.
- फर्जी लोन की कोई भी जानकारी कैदी लालता प्रसाद के परिजनों को नहीं थी.
- कुछ दिनों पहले लोन न जमा करने का नोटिस बैंक ने उसके परिजनों को थमा दिया.
- पीड़ित लालता प्रसाद के परिजनों ने बैंक शाखा में जाकर इसकी जानकारी शाखा प्रबंधक से ली.
- लोन लेते समय लोन पत्रावली पर लालता प्रसाद की फोटो की जगह किसी दूसरे का फोटो लगी हुी थी.
- पत्रावली में कैदी लालता प्रसाद के हस्ताक्षर की जगह अंगूठा लगाया गया था, जबकि लालता प्रसाद हस्ताक्षर करते हैं.
- पत्रावली की गहन जांच की गई तो उसमें उसी के गांव के रहने वाले शिवचरण लाल पुत्र देवीराम के हस्ताक्षर बतौर गवाह के रूप में हैं.
कैदी लालता प्रसाद के पुत्र छविनाथ ने बताया कि उसके पिता के नाम पर उसके गांव के ही रहने वाले शिवचरण लाल ने फर्जी तरीके से चार लाख 39 हजार रुपये का लोन कराकर पैसे हड़प लिए. शिवचरण लाल अपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है और उसके विरुद्ध मुकदमे भी दर्ज हैं. मामले की जानकारी होने पर आरोपी शिवचरण ने पीड़ित परिवार को शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी.
कैदी लालता प्रसाद के नाम पर फर्जी लोन पास कराने का मामला सामने आया है, जिसमें संबंधित थाने को जांचकर कड़ी कार्रवाई करने को आदेशित कर दिया गया है.
मनोज कुमार सोनकर, पुलिस अधीक्षक