मुजफ्फरनगर: पुरकाजी खादर के चंदन गांव में सोलानी नदी के किनारे देश की सबसे बड़ी आधुनिक गौशाला बनाए जाने की तैयारी है. गोशाला में पशुओं का आधुनिक शवदाह गृह, बायो गैस प्लांट, चारा एकत्र करने का भंडार ग्रह भी बनेगा. इस गोशाला में एक साथ पांच हजार पशु रखे जा सकेंगे. केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ संजीव बालियान ने दिल्ली से आए पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण किया. 71 हेक्टेयर जमीन में बनने वाली इस गोशाला के बनने में करीब 700 करोड़ रुपये खर्च होंगे.
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मुजफ्फरनगर में देश की सबसे बड़ी गौशाला (india's largest cow shelter in Muzaffarnagar) के लिए जिला प्रशासन ने इसके लिए 71 हेक्टेयर जमीन चिह्नित की है. इस जमीन को पशुपालन विभाग को देने का प्रस्ताव भी जिला प्रशासन ने कर दिया है. रविवार को केंद्रीय पशुपालन राज्य मंत्री डॉ संजीव बालियान, विभाग के मंत्रालय के अधिकारियों के साथ गांव चंदन पहुंचे. एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह एवं एसडीएम सदर परमानंद झा ने बालियान को जगह दिखाई. बालियान ने बताया कि आवारा पशुओं की समस्या हर गांव में खड़ी हो गई है, इससे निपटने का रास्ता बड़ी गोशाला का निर्माण ही है. चंदन गांव में बनने वाली गौशाला में पांच हजार पशु एक साथ रह सकेंगे.
बताया कि दस हेक्टेयर में पशुओं के रहने के लिए टीनशेड का निर्माण किया जाएगा. पशुओं के भोजन के लिए बड़े स्टोर बनेंगे. पानी के लिए बड़ा टैंक बनाया जाएगा. जिले का पहला आधुनिक पशु शव दाह गृह भी बनाया जाएगा. पशुओं का अंतिम संस्कार इलेक्ट्रिक मशीन के माध्यम से होगा. पशुओं के गोबर के उपयोग के लिए बायोगैस प्लांट भी लगाया जाएगा. उन्होंने बताया 71 हेक्टेयर जमीन गोशाला के पास होगी, जिसमें चारा आदि का उत्पादन होगा. यह देश का पहला पायलट प्रोजेक्ट होगा.
मुजफ्फरनगर में गौशाला पर संजीव बालियान (Dr Sanjeev Balyan in Muzaffarnagar) ने बताया कि पशुपालन विभाग प्रोजेक्ट तैयार कर प्रशासन के सुपुर्द कर देगा. प्रदेश सरकार एक पशु पर प्रतिदिन 30 रुपये देती है. 30 रुपये वह ग्राम पंचायत देगी, जहां से पशु आएगा. जिला स्तर पर एक संचालन समिति बनाई जाएगी. सरकार और जनता का बराबर का सहयोग रहेगा. डॉ बालियान ने डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर एनडीडीबी डेयरी आनंद को निर्देश दिए कि तीन माह में इस योजना की सभी औपचारिकताएं पूरी कर स्वीकृति हो जानी चाहिए.