चन्दौली: जम्मू-कश्मीर में तैनात सेना के जवान कुलदीप मौर्य के मौत के मामले में एक बार फिर नया मोड़ आ गया. परिजनों ने मृतक जवान की पोस्टमार्टम रिपोर्ट को गलत ठहराते हुए उसके पार्थिव शरीर को लेने से इनकार कर दिया है. फिलहाल सेना और जिला प्रशासन के आलाधिकारी परिवार को समझाने में जुटे है.
महत्वपूर्ण बिंदू-
- जवान कुलदीप मौर्य के परिजनों ने उसके शव को लेने से किया इनकार.
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह और टाइमिंग पर परिजनों ने उठाए सवाल.
- परिजनों को समझाने की कोशिश में जुटे सेना और जिला प्रशासन के अधिकारी.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर उठे सवाल, परिजनों का शव लेने से इनकार
दरअसल रविवार को जम्मू के राजौरी में तैनात कुलदीप मौर्य की ड्यूटी के दौरान मौत हो गई थी. उस वक्त सेना की तरफ से परिजनों को बताया गया कि, कार्डियक अरेस्ट की वजह से जवान कुलदीप मौर्य की मौत हो गई है. लेकिन, मंगलवार को जवान कुलदीप मौर्य के पार्थिव शरीर के साथ आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसकी मौत की वजह ऑक्सीजन की कमी बताई गई है. जिससे उसकी मौत की वजह को लेकर परिजनों ने सवाल उठाए. यही नहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जवान की मौत की टाइमिंग में अंतर पर भी सवाल उठ रहे है. जिसको लेकर परिवार के सदस्यों ने इसे संदिग्ध ठहराते हुए शव को लेने से इनकार कर दिया.
इसके पहले मृतक जवान के परिजनों ने सपा कार्यकर्ताओं के साथ करीब 6 घंटे तक धानापुर चौराहे पर शव वाहन को रोककर प्रदर्शन किया था और कुलदीप मौर्य को राजकीय सम्मान देने की मांग की थी. जिसके बाद जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधि के पहल पर मृतक जवान को राजकीय सम्मान देने की बात मान ली गई और परिजन जवान के पार्थिव शरीर को घर ले जाने के लिए राजी हो गए थे.