मुरादाबाद: प्रदेश सरकार भले ही घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं को न्याय दिलाने का दावा करती हो, लेकिन हकीकत इस दावे से कोसों दूर नजर आती है. ताजा मामला मुरादाबाद जनपद का है. यहां एक महिला ने पति पर प्रताड़ना और पुलिस पर पति से मिलीभगत का आरोप लगाते हुए राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है. महिला का आरोप है कि तीन बेटियों के जन्म से नाराज पति ने उसके साथ मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया. महिला ने राष्ट्रीय महिला आयोग से भी मामले की शिकायत की है.
राष्ट्रपति से लगाई इच्छा मृत्यु की गुहार-
- मुरादाबाद के लाजपतनगर मोहल्ले में रहने वाली शेफाली अग्रवाल की शादी 18 साल पहले बिजनौर जनपद के रहने वाले मुकुल अग्रवाल से हुई थी.
- परिजनों के मुताबिक शुरुआत में ससुराल में सब कुछ सामान्य था, लेकिन शादी के एक साल बाद शेफाली ने एक बच्ची को जन्म दिया.
- बच्ची के जन्म के बाद पति मुकुल उससे दूरी बनाने लगा. शेफाली की पहली बेटी दिव्यांग थी और काफी इलाज के बाद भी उसकी सेहत में सुधार नहीं हुआ.
- शेफाली ने इसके बाद दो और बच्चियों को जन्म दिया, जिससे मुकुल उसको ताने देने लगा और मारपीट करने लगा.
- परिजनों ने समझौता करने के एवज में मुकुल की मांग अनुसार पैसा भी दिया, लेकिन मुकुल पैसा लेने के बाद भी शेफाली को अपने पास रखने को तैयार नहीं हुआ.
- शेफाली ने पुलिस में शिकायत की, लेकिन मुकुल ने शेफाली के परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया.
- खुद को न्याय न मिलते देख अब शेफाली ने राष्ट्रपति से न्याय न मिलने के चलते अपनी बेटियों संग इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है.