मिर्जापुर: जिले में एक दिन पहले घर से लापता तीन चचेरे भाइयों का शव बंधी में मिलने से सनसनी फैल गई. तीनों भाई बेर खाने के लिए जंगल गए थे. देर रात वापस नहीं लौटने पर परिजन उनकी तलाश में जुटे थे. खोजबीन के बाद दूसरे दिन लेहड़िया जंगल की बंधी में शव मिला. बच्चों के गले मेंं चोट के निशान हैं.
जानिए क्या है पूरा मामला
लालगंज थाना क्षेत्र के बामी गांव के रहने वाले शशांक तिवारी, सुधांशु और हरिओम मंगलवार की दोपहर एक साथ धसड़ा के जंगल में बेर खाने गए थे, लेकिन देर शाम तक घर वापस नहीं आए. घर वापस न आने पर परिजनों ने जंगल में ढूंढने निकले. देर रात पता न चलने पर परिजन घर लौट आए. सुबह होने पर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी. परिजनों ने पुलिस के साथ धसड़ा जंगल जाकर बच्चों की खोजबीन की. तलाश में तीनों के कपड़े लेहड़िया जंगल की बंधी के भीटे पर मिला. परिजनों ने पुलिस की मदद से बंधी में खोजबीन की तो तीनों का शव बरामद हुआ. बच्चों के गले में चोट का निशान देखकर परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है. तीनों बच्चों की उम्र लगभग पन्द्रह वर्ष है.
तीनों बच्चों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया है. मौत की सूचना मिलते ही सैकड़ों ग्रामीण इकट्ठा हो गए. मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों किशोरों की मौत की जांच पड़ताल में जुट गई है.