लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को 9 लाख 8 हजार 855 श्रमिकों के बैंक खाते में आर्थिक सहायता के दूसरे चरण में 90 करोड़ 88 लाख रुपये ऑनलाइन हस्तांतरित किए. प्रथम चरण में गत 13 जून को प्रदेश में वापस आए 10 लाख 48 हजार 166 श्रमिकों को एक-एक हजार रुपये भेजे गए थे. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आपदा पूर्व चेतावनी तथा राहत प्रबंधन के लिए वेब बेस्ड एप्लीकेशंस इंटीग्रेटेड अर्ली वार्निंग सिस्टम तथा ऑनलाइन बाढ़ कार्य योजना माड्यूल एवं आपदा पहरी ऐप का लोकार्पण भी किया है.
गरीबों को नवंबर तक मिलेगा मुफ्त खाद्यान्न
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में पूरा विश्व सबसे बड़ी त्रासदी कोविड-19 से जूझ रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में पूरा देश कोरोना वायरस से लड़ रहा है. इस आपदा से गरीब और अन्य सामान्य जन को किसी प्रकार की कोई समस्या न हो, इसके लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज की घोषणा प्रधानमंत्री ने की. इस पैकेज के अंतर्गत गरीबों को नवंबर तक निशुल्क खाद्यान्न देने की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा राज्य सरकार ने भी तीन महीने तक प्रत्येक लाभार्थी को निशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराया है.
52 लाख लोगों को मिल चुका एक-एक हजार रुपये का लाभ
सीएम योगी ने आगे कहा कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता है. श्रमिकों, कामगारों ने अपने कार्यों से इसे साबित किया है. अब गांव व शहर विकास की प्रक्रिया से जुड़कर तरक्की की नई इबारत लिख रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी श्रमिकों और कामगारों के वापस आने पर उन्हें राशन किट और उनके खाते में एक हजार रुपये की धनराशि भेजी गई है. अब तक 52 लाख से अधिक लोगों को एक-एक हजार रुपये की धनराशि दी जा चुकी है. साथ ही 19 लाख लोग ऐसे हैं जिन्हें दूसरी बार यह राशि दी गई है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बाराबंकी, लखीमपुर खीरी, हरदोई, उन्नाव, फिरोजाबाद जैसे जिलों के लाभार्थियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद भी किया.