लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के प्रतिवेदन पाठ कार्य परिषद ने लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर एसपी सिंह के कार्यकाल की जांच कराने का फैसला किया है. हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जज और लोक निर्माण विभाग के दो अधिकारियों की सदस्यता वाली कमेटी पूरे मामले की जांच करेगी.
लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने पूर्व कुलपति प्रोफेसर एसपी सिंह के खिलाफ कई शिकायतें राज भवन और अन्य अधिकारियों तक पहुंची. विश्वविद्यालय कार्य परिषद को भी संघ की ओर से पूर्व कुलपति के खिलाफ शिकायतों का पुलिंदा थमाया गया था. शिक्षक संघ ने विश्वविद्यालय प्रशासन समेत कई स्तर पर अपने आरोप दोहराए हैं.
कार्य परिषद ने 28 नवंबर 2011 को हुई बैठक में शिक्षक संघ के आरोपों पर गंभीरता से विचार के बाद पूर्व कुलपति एसपी सिंह के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच कराएगी. विश्वविद्यालय प्रशासन ने मंगलवार को एक आदेश जारी कर हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त देश और लोक निर्माण विभाग के दो अधिकारियों को जांच कमेटी में शामिल करने का फैसला किया है.
पूर्व कुलपति ने कई सारे ऐसे निर्माण कार्य विश्वविद्यालय परिसर में कराए हैं जिनकी कोई आवश्यकता प्रतीत नहीं होती. इसके अलावा कई निर्माण कार्य ऐसे भी हैं जिन्हें शुद्ध तौर पर पैसे की बंदरबांट वाला काम कहा जा सकता है. मांग पर कार्य परिषद ने 28 नवंबर को जांच कराने का फैसला लिया था. अब विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कुलपति एसके शुक्ला ने जांच कमेटी के बारे में आदेश जारी कर दिया है.
-डॉ नीरज जैन, शिक्षक संघ के अध्यक्ष
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