लखनऊ : योगी सरकार के पर्यटन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉक्टर नीलकंठ तिवारी ने ईटीवी भारत से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. राज्य की मौजूदा सरकार पर्यटन क्षेत्र को विकसित कर रही हैं. नीलकंठ तिवारी ने कहा कि योगी सरकार ने खासकर धार्मिक एवं सांस्कृतिक पर्यटन को विस्तार देने के लिए पिछले तीन वर्षों में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. यही वजह कि कोरोना कॉल में जब देश प्रदेश का ही नहीं बल्कि दुनिया का पर्यटन उद्योग ठप हो गया है, ऐसे समय में पर्यटन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश ने जबरदस्त छलांग लगाई है.
पर्यटन राज्य मंत्री ने कहा कि पर्यटन आवागमन के साथ जुड़ा विषय है. कोविड के संक्रमण को रोकने के लिए हवाई यात्राएं रूक गईं, रेल यात्रा ठप थी, बसें भी नहीं चल रही थीं. इसी वजह से पर्यटन स्थल और होटल बंद करने पड़े. इससे पर्यटन उद्योग पर असर पड़ा है, लेकिन उत्तर प्रदेश असीम संभावनाओं का राज्य है. नीलकंठ तिवारी ने कहा कि इस प्रदेश में डोमेस्टिक पर्यटन के बहुत बड़े-बड़े केंद्र हैं. आध्यात्मिक केंद्र के रूप में अयोध्या, काशी, मथुरा, नैमिषारण्य, चित्रकूट, देवीपाटन, गोरखपुर और विंध्याचल जैसे स्थल हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे पर्यटन केंद्रों को विकसित किया जा रहा है. नीलकंठ तिवारी ने बताया कि उत्तर प्रदेश ने पहली बार भारत में डोमेस्टिक पर्यटन में पहला स्थान हासिल किया है. इससे पहले तमिलनाडु हुआ करता था. इस मामले में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर था.
नीलकंठ तिवारी ने बातचीत में कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रामायण सर्किट, महाभारत सर्किट, ब्रज सर्किट, बौद्ध सर्किट, जैन सर्किट जैसी योजनाओं पर कार्य किया है. राज्य सरकार के प्रयासों के चलते यूपी ने पर्यटन के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है.