लखनऊ: एसजीपीजीआई (संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान) के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा है. पत्र के माध्यम से डॉक्टरों ने बाजारों में बिक रहे N-95 मास्क की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है. बता दें कि देश में कोरोना वायरस के तेजी से फैलने के बाद बाजारों में मास्क और सैनिटाइजर में भारी कमी आई है और इसकी कालाबाजारी भी शुरू हो गई है.
डॉक्टरों को नहीं मिल रहे N-95 मास्क
एसजीपीजीआई के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. आकाश माथुर का कहना है कि डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) की गाइडलाइन के अनुसार N-95 मास्क डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ के लिए बेहद जरूरी है. ऐसे में बाजारों में इनकी बिक्री में भारी कमी आई है, जिससे अस्पतालों में भी डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए N-95 मास्क उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं. इसी के चलते उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है, जिसमें N-95 मॉस्क की बाजारों में बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है.
लोगों को यह भ्रम है कि अगर वह N-95 मास्क का उपयोग कर रहे हैं तो उन्हें कोरोना जैसे खतरनाक वायरस से निजात मिल जाएगी, जबकि किसी भी गाइडलाइन में ऐसा नहीं लिखा है कि इस मास्क को लगाने के बाद लोग अपने सुरक्षा चक्र को तोड़ देते हैं. जब वह अपने गंदे हाथों से आंख,नाक और कान को छूते हैं तो वायरस शरीर में प्रवेश कर सकता है.
-डॉ. आकाश माथुर, एसजीपीजीआई, अध्यक्ष, आरडीए