लखनऊ : राजधानी लखनऊ में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखाओं में बिना फॉर्मेलिटी के 2000 रुपये का नोट जमा किया जा रहा है. बाकी अन्य बैंक शाखाओं में नोट जमा व बदले में दूसरी करेंसी दी जा रही है. दूसरी तरफ परिवहन विभाग के अलावा कई अन्य विभागों में भी नोटों को जमा करने की सुविधा है. रोडवेज की बसों में दो हजार रुपये को स्वीकार करने के दिशा निर्देश परिचालकों को दिए गए हैं. लखनऊ विकास प्राधिकरण, स्कूल-कॉलेजों, स्टांप एवं पंजीयन विभाग के स्तर पर रजिस्ट्री कार्यालयों में भी दो हजार रुपये का नोट लेने की हिदायत दी गई है. हालांकि लखनऊ की बाजारों में छोटे दुकानदार दो हजार रुपये के नोट लेने से बचते रहे.
ईटीवी भारत ने बैंक शाखाओं में ₹2000 की नोट जमा करने और बदलने की व्यवस्था की पड़ताल की. राणा प्रताप मार्केट से एचडीएफसी बैंक में नोट बदलवाने के लिए दो आईडी प्रूफ मांगी जा रही थीं. हालांकि बैंक में अलग से कोई काउंटर नहीं बनाया गया. सामान्य रूप से कैश काउंटर में यह सुविधा दी जा रही है. हालांकि यहां भीड़ भी नहीं थी. बैंक ऑफ बड़ौदा की पार्क रोड ब्रांच में आधार कार्ड की कॉपी लगाने के बाद ही नोटों को बदला जा रहा है. हजरतगंज स्थित इंडियन बैंक में फॉर्म भरवा कर नोट बदलने का काम किया जा रहा था. काउंटर पर बैठे प्रतिनिधियों ने बताया कि जिस बैंक शाखा में आपका खाता है वहां बदलवाना ज्यादा बेहतर होगा. नोट बदलवाने के लिए बैंक में खाता होना जरूरी है.
हजरतगंज स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के बैंक प्रतिनिधियों का कहना था कि बैंक में खाता होना जरूरी है या जिस बैंक में खाता है वहां जाकर नोट बदलकर खाते में जमा करें. बदलवाने से ज्यादा जमा कराने पर ज्यादा बैंक का फोकस है, यहां भी अलग है काउंटर नहीं था, हालांकि भीड़ भी नहीं थी. हजरतगंज स्थित आईसीआईसीआई बैंक में डिपॉजिट स्लिप के माध्यम से ही 2000 के नोट जमा करवा रहे हैं साथ में आईडी की डिमांड की जा रही थी.
जवाहर भवन स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में बिना फॉर्मेलिटी के नोट जमा और बदले जा रहे हैं. स्टेट बैंक के कर्मचारियों का कहना है कि हम आरबीआई के दिशा निर्देश के अनुसार नोट जमा और बदल रहे हैं. उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय गुप्ता का कहना है कि बैंकों में फॉर्मेलिटी के साथ और कुछ जगहों पर बिना पावती रसीद के पैसा जमा किया जा रहा है हमने व्यापारी बंधुओं से कहा है कि सरकार से जो दिशा निर्देश आए हैं, उसके अनुसार लेनदेन किया जाए. बाजारों में जो ग्राहक दो हजार रुपये के नोट दे रहे हैं. उनसे नोट लिया जा रहा है. बाजारों में कहीं कोई दिक्कत नहीं है. विभागों के स्तर पर जहां पर भी कैश का लेन देन है. कैश जमा किया जाता है वहां भी लोगों को यह सुविधा मिल रही है.