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आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का बढ़ा मानदेय, कार्यपरिषद ने प्रस्ताव पर लगाई मुहर

यूपी की राजधानी लखनऊ स्थित केजीएमयू में बुधवार को कुलपति की अध्यक्षता में कार्यपरिषद की बैठक हुई. इस दौरान केजीएमयू में तैनात 4,500 आउट सोर्सिंग कर्मियों के लिए बड़ा फैसला लिया गया. जहां उनके वेतन में ढाई हजार से लेकर छह हजार रुपये महीने की मानदेय में वृद्धि का फैसला लिया गया. कर्मचारियों को बढ़ा वेतन अप्रैल से मिलेगा.

केजीएमयू.
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Published : Mar 11, 2021, 8:09 AM IST

लखनऊ: केजीएमयू में बुधवार को कुलपति की अध्यक्षता में कार्यपरिषद की बैठक हुई. इस दौरान केजीएमयू में तैनात 4,500 आउट सोर्सिंग कर्मियों के लिए बड़ा फैसला लिया गया. इनमें नर्सिंग, टेक्नीशियन, कम्प्यूटर ऑपरेटर, वार्ड ब्वॉय, आया, सफाई कर्मचारी और सुरक्षा गार्ड शामिल हैं. इन कर्मचारियों के वेतन का मामला कार्यपरिषद में रखा गया. जिस पर सदस्यों ने मुहर लगा दी. ऐसे में ढाई हजार से लेकर छह हजार रुपये महीने की मानदेय में वृद्धि हुई है. सबसे ज्यादा स्टाफ नर्स के वेतन में इजाफा हुआ है. कर्मचारियों को बढ़ा वेतन अप्रैल से मिलेगा. उन्होंने बताया कि रेडियोलॉजी, पीडियाट्रिक, स्पोर्टस मेडिसिन समेत दूसरे विभागों में डॉक्टरों की भर्ती पर भी मुहर लग गई है.

कर्मचारियों में खुशी की लहर
केजीएमयू आउटसोर्सिंग कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रितेश मल के मुताबिक 2012 से वेतन बढ़ोत्तरी की मांग की जा रही है. कम वेतन पर आउटसोर्सिंग कर्मचारी काम कर रहे थे. कोरोना काल में भी कर्मचारियों ने मरीजों की सेवा की. उन्होंने बताया कि स्टाफ नर्स को 11,333 रुपये प्रतिमाह मिल रहे थे. टेक्नीनिशयन को 9,500 रुपये मिल रहे थे. वहीं वार्ड ब्वॉय, आया व सफाई कर्मचारियों को साढ़े आठ हजार रुपये मासिक वेतन प्रदान किया जा रहा था. कम वेतन में कर्मचारियों को घर चलाने में अड़चन आ रही थी. वेतन बढ़ने से कर्मचारियों में उत्साह बढ़ेगा. मरीजों की और दिल लगाकर सेवा करने का जज्बा बढ़ेगा.

लखनऊ: केजीएमयू में बुधवार को कुलपति की अध्यक्षता में कार्यपरिषद की बैठक हुई. इस दौरान केजीएमयू में तैनात 4,500 आउट सोर्सिंग कर्मियों के लिए बड़ा फैसला लिया गया. इनमें नर्सिंग, टेक्नीशियन, कम्प्यूटर ऑपरेटर, वार्ड ब्वॉय, आया, सफाई कर्मचारी और सुरक्षा गार्ड शामिल हैं. इन कर्मचारियों के वेतन का मामला कार्यपरिषद में रखा गया. जिस पर सदस्यों ने मुहर लगा दी. ऐसे में ढाई हजार से लेकर छह हजार रुपये महीने की मानदेय में वृद्धि हुई है. सबसे ज्यादा स्टाफ नर्स के वेतन में इजाफा हुआ है. कर्मचारियों को बढ़ा वेतन अप्रैल से मिलेगा. उन्होंने बताया कि रेडियोलॉजी, पीडियाट्रिक, स्पोर्टस मेडिसिन समेत दूसरे विभागों में डॉक्टरों की भर्ती पर भी मुहर लग गई है.

कर्मचारियों में खुशी की लहर
केजीएमयू आउटसोर्सिंग कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रितेश मल के मुताबिक 2012 से वेतन बढ़ोत्तरी की मांग की जा रही है. कम वेतन पर आउटसोर्सिंग कर्मचारी काम कर रहे थे. कोरोना काल में भी कर्मचारियों ने मरीजों की सेवा की. उन्होंने बताया कि स्टाफ नर्स को 11,333 रुपये प्रतिमाह मिल रहे थे. टेक्नीनिशयन को 9,500 रुपये मिल रहे थे. वहीं वार्ड ब्वॉय, आया व सफाई कर्मचारियों को साढ़े आठ हजार रुपये मासिक वेतन प्रदान किया जा रहा था. कम वेतन में कर्मचारियों को घर चलाने में अड़चन आ रही थी. वेतन बढ़ने से कर्मचारियों में उत्साह बढ़ेगा. मरीजों की और दिल लगाकर सेवा करने का जज्बा बढ़ेगा.

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