लखनऊ: राजधानी में पुराने समय से ही बड़े मंगल पर भगवान बजरंगबली की मान्यता के साथ जगह-जगह भंडारे का आयोजन कराना स्वभाविक ही रहा है, लेकिन बीते साल से भगवान बजरंगबली की याद में बड़े मंगल के दिन भंडारों का आयोजन पुराने दिनों की तरह देखने को नहीं मिल पा रहा है. भंडारों का आयोजन पुराने तरीकों से न होने का मुख्य कारण कोरोना वायरस की दूसरी लहर है.
मंगलमान अभियान की टीम ने किया ई भंडारा
इस बीच भगवान बजरंगबली के भक्तों ने ई-भंडारा शुरू करके इस परंपरा को पूरा करने का विकल्प ढूंढा है. यह पूरा काम मंगलमान अभियान की टीम द्वारा किया जा रहा है. इन्होंने लखनऊ ही नहीं, बल्कि पूरे देश में ई-भंडारा प्रणाली चालू करने की मुहिम शुरू की है. उन्होंने इसी भंडारे की वेबसाइट के माध्यम से यह नेक कार्य शुरू किया है. टीम द्वारा वाहन पर सूखा प्रसाद, सैनिटाइजर, फल, मास्क और साथ में भगवान बजरंगबली के मनमोहक भजनों के साथ लोगों को प्रसाद वितरण करने का बीड़ा उठाया है.
गाइडलाइन के बारे में भी बताया
यह पूरा कार्य सभी लोगों ने ई-भंडारा वेबसाइट के माध्यम से जुड़कर एक साथ शुरू किया है. बिंदु स्थल क्षेत्र के रहने वाले आस-पास के लोग निर्धारित उस स्थान पर जाकर लोगों को प्रसाद बांटते हैं. इस व्यवस्था से न सिर्फ कोरोना वायरस की गाइडलाइन का पालन किया जाता है, बल्कि मिलने वाले लोगों को कोविड-19 से संबंधित गाइडलाइन के बारे में भी बताया जाता है. इन्होंने प्रसाद वाहन के लिए एसजीपीजीआई गेट से लेकर इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहा तक करीब 21 बिंदु चिह्नित किए, जिन पर जाकर इन्होंने प्रसाद का वितरण किया. समस्त बिंदु पर कम से कम 15 मिनट तक का अंतर रखा, जिससे अधिक से अधिक लोगों को प्रसाद मिल सके.
मंगलमान अभियान में सहयोग कर रहे पंकज मिश्रा ने बताया कि अधिकतर लोग बड़े मंगल को सिर्फ लखनऊ में ही जानते हैं, लेकिन हम चाहते हैं कि बड़े मंगल की मान्यता न कि सिर्फ भारत में हो, बल्कि पूरे विश्व स्तर पर भगवान बजरंगबली के भक्त बड़े मंगल में सहयोग करके लोगों की मदद करें. इस अभियान के बारे में जानकारी के लिए भक्त www.mangalman.in पर जानकारी ले सकते हैं.