लखनऊ: विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने योगी सरकार के बजट पर कई सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी सरकार ने जब से कमान संभाली है प्रदेश में विकास कार्य अवरुद्ध हो गए हैं. भाजपा सरकार जाति और धर्म के नाम पर समाज को बांटने का काम कर रही हैं.
उन्होंने बजट पर सरकार को घेरते हुए कहा 26 से 27 विभाग ऐसे हैं जहां पिछले बजट का पैसा अब तक खर्च नहीं हुआ. इस बजट में किसानों के लिए कुछ भी नहीं है. यह सरकार सिर्फ प्रताड़ना के सिवाय कुछ नहीं कर रही है. योजनाएं दिवा स्वप्न की तरह होती जा रही हैं. उनमें कोई हकीकत नहीं होती है. जन-जीवन तनाव ग्रस्त हो गया है. भय का वातावरण बन गया है. महिलाएं घर और बाहर सुरक्षित नहीं हैं.
इस सरकार ने पांच लाख 12 हजार 860 करोड़ 72 लाख रुपये का बजट रखा है. जबकि पिछला बजट 2019-20 का बजट चार लाख 79 हजार 701 करोड़ 10 लाख रुपये था. केवल 33 हजार 156 करोड़ 62 लाख अधिक है अर्थात 6.46 प्रतिशत अधिक है. महंगाई दर 7.35 प्रतिशत है. बजट का आकार महंगाई दर से लगभग एक प्रतिशत कम है.
26 से 27 विभाग ऐसे हैं उसका पैसा खर्च नहीं हुआ. इस बजट में किसानों के लिए कुछ भी नहीं है. किसान लगातार आत्महत्या कर रहा हैं. नौकरियों के लिए जो भर्तियां निकली गयीं उनके परीक्षाओं के दौरान पर्चे आउट हो जाते हैं और वह फिर भर्ती रद्द कर दी जा रही है. सच्चाई यह है कि सरकार युवाओं को नौकरी ही नहीं देना चाहती है. सपा इस बजट की निंदा करते हुए इसका विरोध करती है.
रामगोविंद चौधरी, नेता प्रतिपक्ष
इसे भी पढ़ें-लखनऊ: CAA के खिलाफ प्रदर्शन में चली गोली से कांग्रेस में आक्रोश, विधानभवन में दिया धरना