लखनऊ : जिले के केजीएमयू में शिक्षक भर्ती पर विवादों का साया मंडरा रहा है. मेडिकल संकाय में गड़बड़ी के आरोप के बाद अब दंत संकाय में भी भर्ती की शिकायत की गई है. वहीं सोमवार को साक्षात्कार प्रक्रिया पर अचानक ब्रेक लग गया है.
केजीएमयू के करीब 43 विभागों में लगभग 230 पदों पर शिक्षक भर्ती चल रही है. महीनों मेडिकल संकाय में शिक्षक भर्ती के साक्षात्कार चले. इंटरव्यू के लिफाफे एक-एक कर ज्यों-ज्यों खुल रहे हैं, त्यों-त्यों विभिन्न विभागों की नियुक्तियों के कारनामे भी उजागर हो रहे हैं. नव नियुक्त शिक्षिकों के नाम सार्वजनिक होते ही भर्ती विवादों के घेरे में आ गई.
मुख्यमंत्री और राज्यपाल से की गई शिकायत
इस मामले की शिकायत मेरठ के सर्वेन्द्र चौहान ने 1 मार्च को मुख्यमंत्री और राज्यपाल से की थी. सबसे बड़ा धांधली का आरोप प्लास्टिक सर्जरी विभाग में शिक्षक भर्ती में लगाया गया है. वहीं दूसरा रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग में शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी के हैं. दंत संकाय में 1 अप्रैल से शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया शुरू हुई थी. इस दौरान एक अभ्यर्थी ने साक्षात्कार प्रक्रिया में शामिल चिकित्सक की पारदर्शी मंशा पर सवाल उठाए. ऐसे में मंगलवार को संकाय के ओरल पैथोलॉजी विभाग की साक्षात्कार प्रक्रिया पर ब्रेक लग गया. अभी अगली तारीख की घोषणा नहीं की गई है. केजीएमयू में शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी पर ईटीवी भारत ने लगातार मामला उठाया है. उधर लोहिया संस्थान के दंत चिकित्सकों की संविदा भर्ती में भी गड़बड़ी के आरोप हैं.
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