लखनऊ : राजधानी के हसनगंज थाना क्षेत्र में 21 दिन पहले एक युवती ने अपने प्रेमी को जिंदा जलाने का प्रयास किया था. उसको सिविल में भर्ती कराया गया था. जहां वह 21 दिन बाद जिंदगी की जंग हार गया. हसनगंज में 20 मार्च को प्रेमिका ने अपनी मां के साथ अरविन्द निशाद को जिंदा जलाया था.
हसनगंज में प्रेमिका द्वारा अपनी मां के साथ युवक को जिंदा जलाकर मारने के मामले में पुलिस की लापरवाही से परिजनों में आक्रोश है. परिवार वाले सैकड़ों लोगों के साथ पक्के पुल पर शव रखकर प्रदर्शन किया. वहीं प्रदर्शन मे भीषण गर्मी में प्रदर्शन से लम्बा जाम लग गया और राहगीरों का हाल-बेहाल हो गया. मृतक के परिजनों द्वारा हत्यारोपी मां-बेटी को गिरफ्तार करने की मांग की गई.
बताते चलें कि पीड़ित परिजनों द्वारा सप्ताह भर थाने के चक्कर काटने के बाद भी पुलिस लापरवाह बनी रही थी. एसएसपी कलानिधि नैथानी की फटकार पर पुलिस ने 26 मार्च को 307 की धारा में आरोपी मां-बेटी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. आरोपी मां-बेटी पर मुकदमा दर्ज होने के बाद भी पुलिस ने अब तक कोई कदम नहीं उठाया और न ही कोई भी पुलिसकर्मी एक दिन भी हॉस्पिटल झांकने गयी. जिसमें परिजनों का आरोप है कि पुलिस आरोपी-मां बेटी को संरक्षण दे रही है जिसके कारण ही आरोपी खुलेआम घूम रही है.
परिजनों का आरोप
- हसनगंज पुलिस रुपये लेकर हत्या की आरोपी मां-बेटी को बचाने का कर रही है भरपूर प्रयास
- परिजनों ने एसएसपी से आरोपी मां-बेटी की गिरफ्तारी के लिए लगाई है गुहार
- परिजनों के पास झुलसे म़तक का मां-बेटी पर आरोप लगाने का वीडियो भी है मौजूद
- अरविन्द के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया है.
- परिजनों का आरोप कि नामजद मुकदमा और झुलसे अरविन्द के बयान के बाद भी पुलिस बनी है लापरवाह
- मामले में शुरू से ही हसनगंज पुलिस लीपापोती कर रही थी.
- एसएसपी की फटकार पर एक सप्ताह बाद मुकदमा तो दर्ज कर लिया गया था
- मुकदमा दर्ज करने के बाद फिर हाथ पर हाथ रखकर हसनगंज पुलिस बैठ गई है.
परिवार वालों की मांग
- आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए और इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनके घर की माली हालत बहुत ही खराब है.
- अरुण निषाद की कमाई पर ही पूरा घर चलता था.
- सरकार से मांग करते हुए उन्होंने कहा है कि अरविंद निषाद के छोटे भाई को सरकारी नौकरी दी जाए.
आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. लिखा पढ़ी के बाद उन्हें जेल भेज दिया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने जांच की भी बात कही है.
- संतोष कुमार सिंह, सीओ महानगर