लखनऊ : जो किसी विभाग में संभव न हो वह बिजली विभाग में संभव है. बिजली विभाग का एक बार फिर से कारनामा सामने आया है. रीडिंग शून्य होने के बावजूद बिजली विभाग ने 7400 रुपए का बिल भेज दिया है. जिसके बाद लखनऊ जनकल्याण महासमिति ने मामले में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को ट्वीट कर शिकायत की है.
जनकल्याण महासमिति ने ऊर्जा मंत्री को ट्वीट कर की शिकायत
अभी तक आपने बिजली बिल ज्यादा आ रहा, मीटर खराब है या मीटर तेज चल रहा है. अक्सर बिजली विभाग की यह खबर सुनी होगी. यूं कहें तो यह सब सामान्य बात है. लेकिन शून्य मीटर पर रीडिंग का नार्मल चार्ज के बजाय 7400 रुपए बिल आ जाए तो क्या कहेंगे ? यूपी के बिजली विभाग में कुछ ऐसा ही हुआ है. लखनऊ जनकल्याण महासमिति ने मामले में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा को ट्वीट कर शिकायत की है.
लखनऊ जनकल्याण महासमिति के अध्यक्ष उमाशंकर दुबे ने बताया कि यह नया मामला ग्रीनवुड आई ब्लॉक का है. ये मीटर आई 104 निवासी विनय मिश्रा के यहां लगा है. उनके नाम पर दिसंबर महीने में उनकी रीडिंग 25180 थी. वहीं जनवरी महीने में भी उनकी रीडिंग नहीं बढ़ी. यानी जनवरी की रीडिंग भी 25180 ही रही. लेकिन बिजली बिल फिक्स चार्ज के बजाय 7400 रुपये आ गया. बिजली बिल में भी इस महीने की रीडिंग शून्य ही दिखा रहा. लेकिन लेसा की कौन सी गणित है कि बिल 7400 रुपए दे दिया, यह समझ से परे है. महासमिति ने इस मामले मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की है.
आ चुके हैं कई ऐसे मामले
बता दें कि इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें किसी गरीब का बिल लाखों में आ गया. हापुड़ में एक ऐसा मामला सामने आ चुका है. उसकी तबीयत खराब हो गई. बिजली विभाग के चक्कर काटते-काटते थक वो गया. बमुश्किल उसका काम हो पाया था. इसी तरह डिफेक्ट मीटर पर भी बिजली बिल आने की शिकायतें भी सामने आती ही रहती हैं.