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नोएडा: दिव्यांगों ने दिखाया 'जीना इसी का नाम है'...देखते रह गए दर्शक - दिव्यांग

दिल्ली से सटे नोएडा में उत्तराखंड के कलाकारों ने दिव्यांग प्रतिभाओं के उत्थान और उनके कल्याण के लिए कार्यक्रम 'जीना इसी का नाम है' में प्रस्तुतियां देकर सबका मन जीत लिया. इस कार्यक्रम में कई नेताओं ने शिरकत की.

दिव्यांग कलाकारों ने दी खूबसूरत प्रस्तूती.
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Published : Aug 12, 2019, 6:12 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: उत्तराखंड की दिव्यांग प्रतिभाओं के उत्थान और उनके कल्याण के लिए कार्यक्रम 'जीना इसी का नाम है' का आयोजन किया गया. इसमें उत्तराखंड के 22 दिव्यांग कलाकारों ने गीत, नृत्य, सामूहिक गान, देश भक्ति गीत, लोकगीत प्रस्तुत कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया.

दिव्यांग कलाकारों ने दी खूबसूरत प्रस्तूती.


'जीना इसी का नाम है' कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्जलन के साथ हुई. भक्ति से सराबोर हनुमान भजन गाकर दिव्यांग कलाकार आदित्य पंत ने कार्यक्रम की शुरुआत की. निर्मल अंजलि और अन्य कलाकारों ने सामूहिक गीत 'धरती हमारा गड़वाल' पेश किया. पनी राम ने 'केले बाजी मुरली' गीत प्रस्तुत कर लोगों को भाव-विभोर कर दिया.


इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा दिव्यांग कलाकारों का व्हील चेयर पर नृत्य, जिसे प्रस्तुत कर इन कलाकारों ने सबको चौंका दिया. चांदनी आर्य और घन सिंह कोरंगा ने देश भक्ति गीत पेश किया, जबकि कमांडर और निर्मल ने अपनी प्रस्तुति से लोगों को खूब हंसाया.

नई दिल्ली/नोएडा: उत्तराखंड की दिव्यांग प्रतिभाओं के उत्थान और उनके कल्याण के लिए कार्यक्रम 'जीना इसी का नाम है' का आयोजन किया गया. इसमें उत्तराखंड के 22 दिव्यांग कलाकारों ने गीत, नृत्य, सामूहिक गान, देश भक्ति गीत, लोकगीत प्रस्तुत कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया.

दिव्यांग कलाकारों ने दी खूबसूरत प्रस्तूती.


'जीना इसी का नाम है' कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्जलन के साथ हुई. भक्ति से सराबोर हनुमान भजन गाकर दिव्यांग कलाकार आदित्य पंत ने कार्यक्रम की शुरुआत की. निर्मल अंजलि और अन्य कलाकारों ने सामूहिक गीत 'धरती हमारा गड़वाल' पेश किया. पनी राम ने 'केले बाजी मुरली' गीत प्रस्तुत कर लोगों को भाव-विभोर कर दिया.


इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा दिव्यांग कलाकारों का व्हील चेयर पर नृत्य, जिसे प्रस्तुत कर इन कलाकारों ने सबको चौंका दिया. चांदनी आर्य और घन सिंह कोरंगा ने देश भक्ति गीत पेश किया, जबकि कमांडर और निर्मल ने अपनी प्रस्तुति से लोगों को खूब हंसाया.

Intro:नोएडा -- उत्तराखंड की दिव्यांग प्रतिमाओं के उत्थान और उनके कल्याण हेतु कार्यक्रम 'जीना इसी का नाम है' के आयोजन में उत्तरांचल के 22 दिव्यांग कलाकारो ने गीत, नृत्य, सामूहिक गान, देश भक्ति गीत, लोकगीत प्रस्तुत कर लोगो को मंत्रमुग्ध कर दिया। दिव्यांग कलाकारो ने व्हील चेयर पर नृत्य प्रस्तुत कर सबको आश्चर्य मे डाल दिया। उत्तराखंड की कोकिला कही जाने वाली कल्पना चौहान की प्रस्तुत गीत कार्यक्रम मुख्य आकर्षण था।


Body: जीना इसी का नाम है' कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्जलन के साथ हुआ। भक्ति से सरबोर हनुमान भजन गाकर दिव्यांग कलाकार आदित्य पंत ने कार्यक्रम की शुरुआत की, निर्मल अंजलि ने और अन्य कलाकारो ने सामूहिक गीत ‘धरती हमारा गडवाल’ पेश किया। पनी राम ने ‘केले बाजी मुरली’ गीत प्रस्तुत का लोगो को भाव-विहोर कर दिया। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा दिव्यांग कलाकारो का व्हील चेयर पर नृत्य। जिसे प्रस्तुत कर इन कलाकारो ने सबको आश्चर्यचकित कर दिया। चाँदनी आर्य और घन सिंह कोरंगा ने देश भक्ति गीत पेश किया जबकि कमांडर और निर्मल अपनी प्रस्तुति लोगो खूब हँसाया।


Conclusion:उत्तराखंड की कोकिला कही जाने वाली कल्पना चौहान ने एक हिन्दी और ‘मन भरमेगै’ गीत प्रस्तुत कर हर किसी को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। ‘जीना इसी का नाम’ गीत के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। पूर्व केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा, प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष बिमला बाथम, पूर्व विधायक मदन चौहान, अशोक चौहान नोएडा लोकमंच के अध्यक्ष प्रभात कुमार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी, फोनरवा के अध्यक्ष योगेंद्र महासचिव महेश सक्सेना, ने कार्यक्रम में भाग लेने वाले कलाकारो को सम्मानित किया गया। अपने सम्बोधन में नोएडा लोकमंच महासचिव महेश सक्सेना ने कहा की दिव्यांग कलाकार ने ये साबित कर दिया है की अक्षम होने के बावजूद भी कोई मन में ठान तो तो भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।



बाइट – महेश सक्सेना महासचिव नोएडा लोकमंच
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