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हम हैं श्रीराम के वंशज, सुप्रीम कोर्ट चाहे तो प्रस्तुत कर देंगे दस्तावेज: सोनू ठाकुर

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Published : Aug 22, 2019, 8:00 AM IST

उत्तर प्रदेश के गोंडा निवासी सोनू ठाकुर ने खुद को भगवान राम का वंशज बताया है. उन्होंने कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट चाहे तो वह सारे दस्तावेज प्रस्तुत कर सकते हैं.

खुद को श्री राम का वंशज बताने वाले सोनू ठाकुर

लखनऊ: मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के नाम पर राजनीति का चलन तेज हो गया है. लोग अपने को राम का वंशज बताने लगे हैं. इसके पीछे वजह है अयोध्या में राम मंदिर सुनवाई को लेकर कवायद तेज होना.

खुद को श्री राम का वंशज बताने वाले

खुद को राम का वंशज बताने में जुड़ा एक और नाम-

कोर्ट ने जब राम के वंशज होने के साक्ष्य मांगे तो गोंडा निवासी सोनू ठाकुर ने खुद को राम का वंशज बताते हुए राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट को खून से लिख कर पत्र भेजा है. दावा किया है कि हम ही राम के वंशज हैं.

ये भी पढ़ें:- वाराणसी: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर छात्रों को वैदिक संस्कृति से जोड़ने की तैयारी में 'इस्कॉन'

क्या है सोनू ठाकुर के साक्ष्य-

सोनू ठाकुर ने बताया कि हमारे दादा थे उनके पिताजी का नाम अंग ऋषि था. शत्रुघ्न के बाद हुए थे सुमित और सूरत. राजा सूरत अंग ऋषि को मानते थे. अंग ऋषि अयोध्या में रहते थे. उसके बाद उनके लड़के हुए खून शाह. हमारा गांव उमरी बेगमगंज पड़ता है. गोंडा में पहले खून शाह आए तब यहां पहले थारू की जमीन थी. पहले उमरी बसाई. वह इसलिए बसाई क्योंकि लक्ष्मण की पत्नी का यहां जुड़ाव था तो पहले इसका नाम उर्मिलापुरी था.

भारतीय कानून पर कितना विश्वास-
जब हमारे दादा आए थे वहां से तब वंशावली लेकर आए थे. हमारे पास वंशावली रखी हुई है. हमारे पास एलआईयू की रिपोर्ट भी है. आईबी ने भी जांच की है. जिस दिन सुप्रीम कोर्ट हमसे मांगेगा कि आप साक्ष्य दीजिए, आईडी दीजिए, मैं सुप्रीम कोर्ट में पेश कर दूंगा.

लखनऊ: मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के नाम पर राजनीति का चलन तेज हो गया है. लोग अपने को राम का वंशज बताने लगे हैं. इसके पीछे वजह है अयोध्या में राम मंदिर सुनवाई को लेकर कवायद तेज होना.

खुद को श्री राम का वंशज बताने वाले

खुद को राम का वंशज बताने में जुड़ा एक और नाम-

कोर्ट ने जब राम के वंशज होने के साक्ष्य मांगे तो गोंडा निवासी सोनू ठाकुर ने खुद को राम का वंशज बताते हुए राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट को खून से लिख कर पत्र भेजा है. दावा किया है कि हम ही राम के वंशज हैं.

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क्या है सोनू ठाकुर के साक्ष्य-

सोनू ठाकुर ने बताया कि हमारे दादा थे उनके पिताजी का नाम अंग ऋषि था. शत्रुघ्न के बाद हुए थे सुमित और सूरत. राजा सूरत अंग ऋषि को मानते थे. अंग ऋषि अयोध्या में रहते थे. उसके बाद उनके लड़के हुए खून शाह. हमारा गांव उमरी बेगमगंज पड़ता है. गोंडा में पहले खून शाह आए तब यहां पहले थारू की जमीन थी. पहले उमरी बसाई. वह इसलिए बसाई क्योंकि लक्ष्मण की पत्नी का यहां जुड़ाव था तो पहले इसका नाम उर्मिलापुरी था.

भारतीय कानून पर कितना विश्वास-
जब हमारे दादा आए थे वहां से तब वंशावली लेकर आए थे. हमारे पास वंशावली रखी हुई है. हमारे पास एलआईयू की रिपोर्ट भी है. आईबी ने भी जांच की है. जिस दिन सुप्रीम कोर्ट हमसे मांगेगा कि आप साक्ष्य दीजिए, आईडी दीजिए, मैं सुप्रीम कोर्ट में पेश कर दूंगा.

Intro:हम हैं मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के वंशज, सुप्रीम कोर्ट चाहेगा तो प्रस्तुत कर देंगे दस्तावेज तो: सोनू ठाकुर

लखनऊ। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के नाम पर राजनीति का चलन तेज हो गया है। लोग अपने को राम का वंशज बताने लगे हैं। इसके पीछे वजह है अयोध्या में राम मंदिर सुनवाई को लेकर कवायद तेज होना। सुप्रीम कोर्ट रोजाना इस मामले पर सुनवाई कर पिछले कई दशकों से चले आ रहे इस मामले को अब समाप्त करना चाहता है। ऐसे में कोर्ट सभी साक्ष्य मांग रहा है। कोर्ट ने जब राम के वंशज होने के साक्ष्य मांगे तो गोंडा निवासी सोनू ठाकुर ने खुद को राम का वंशज बताते हुए राष्ट्रपति और सुप्रीम कोर्ट को खून से लिख कर पत्र भेजा है। दावा किया है कि हम ही राम के वंशज हैं। सोनू ठाकुर से 'ईटीवी भारत' ने राम के वंशज होने के दावों की सत्यता जानने का प्रयास किया। पेश है ईटीवी भारत संवाददाता से स्वयं को राम का वंशज बताने वाले सोनू ठाकुर से बातचीत के अंश।




Body:प्रश्न: आपके पास क्या आधार है कि आप श्री राम जी के वंशज हैं?
उत्तर: हमारे दादा थे उनके पिताजी का नाम अंग ऋषि था। शत्रुघ्न के बाद हुए थे सुमित और सूरत। राजा सूरत अंग ऋषि को मानते थे। अंग ऋषि अयोध्या में रहते थे। उसके बाद उनके लड़के हुए खून शाह। हमारा गांव उमरी बेगमगंज पड़ता है। गोंडा में पहले खून शाह आए तब यहां पहले थारू की जमीन थी। पहले उमरी बसाई वह इसलिए बसाई क्योंकि लक्ष्मण की वाइफ का यहां जुड़ाव था तो पहले इसका नाम उर्मिलापुरी था। जब मुगल शासक आया तो इसका नाम बदलकर उमरा बेगम फिर उमरी बेगमगंज आज उमरी बदनाम गंज कर दिया गया, यही हमारा दावा है। खून शाह के चार लड़के थे। सबसे बड़े टिकैत सिंह फिर अवसान सिंह ,बादशाह सिंह और लाहोरी सिंह। ऐसी चार पट्टियां थीं और लाहोरी सिंह के वंशज हम हैं।

प्रश्न: भारतीय कानून की नजर में आप का दावा कितना खरा है?

उत्तर: जब हमारे दादा आए थे वहां से तब वंशावली लेकर आए थे। हमारे पास वंशावली रखी हुई है। हमारे पास एलआईयू की रिपोर्ट भी है। आईबी ने भी जांच की है। जिस दिन सुप्रीम कोर्ट हमसे मांगेगा कि आप साक्ष्य दीजिए, आईडी दीजिए, मैं सुप्रीम कोर्ट में पेश कर दूंगा।

प्रश्न: अब तक कहां थे आप, अब तक आपने दावा क्यों नहीं किया?

उत्तर: मैंने इसलिए दावा नहीं किया क्योंकि मुझे सरकार पर विश्वास था। मुझे वहां जमीन नहीं लेना है न तो कुछ करना है। बस हम यही चाहते हैं कि भगवान श्रीराम का मंदिर बने। हमने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा मुख्यमंत्री को पत्र लिखा कि वहां पर राम मंदिर बने। हम जमीन नहीं लेना चाहते। जब अभी कोर्ट ने जल्द में एक वकील से मांगा कि भगवान श्रीराम का वंशज कौन है तो हमने सोचा कि अब तो बताना पड़ेगा कि हम हैं श्री राम के वंशज। हमने एक लेटर मुख्य न्यायाधीश और राष्ट्रपति को लिखकर भेजा।

प्रश्न: अयोध्या से गोंडा कैसे आना हो गया?

उत्तर: अयोध्या से गोंडा हमारे दादा आए थे। यह थारू की जमीन थी। यहां आकर उन्होंने पूरी तरह से अपना परिवार स्थापित किया और इसका नाम उर्मिला पुरी रखा। उर्मिला पुरी लक्ष्मण की वाइफ से जुड़ा था इसलिए उमरी में हमारे दादा आए थे तभी हम यहां पर हैं।

प्रश्न: आपकी सरकार से क्या अपेक्षा है?

उत्तर: हमारी सरकार से अपेक्षा है कि जल्द से जल्द राम मंदिर का निर्माण कराए। अब तो सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। हिंदू-मुस्लिम की बात सरकार कर ही नहीं रही है। सरकार अच्छा काम कर रही है। हमारी सरकार से जल्द मंदिर बनवाए जाने की अपेक्षा है।

प्रश्न: आपकी दिनचर्या और जीवनयापन का जरिया क्या है?

उत्तर: सुबह जब मैं उठता हूं तो सबसे पहले योगा करता हूं। उसके बाद परम पूज्य महाराज योगी जी की पूजा करता हूं क्योंकि उनकी मूर्ति हमने घर में लगाई हुई है। उसकी पूजा हम करते हैं। अपने इष्ट की पूजा करते हैं, उनकी आरती करते हैं। उसके बाद हमारी डिटर्जेंट पाउडर की फैक्ट्री है यही हमारा काम है। हमारे पास खेती भी है। इसके अलावा और कोई काम नहीं करते हैं।


Conclusion:प्रश्न: मंदिर को लेकर इस समय सुनवाई चल ही रही है, आपको क्या लगता है क्या फैसला आएगा?

उत्तर: फैसला तो राम मंदिर के पक्ष में ही आएगा। सारे साक्ष्य राम मंदिर के पक्ष में ही हैं। खोदाई हुई है तो सब राम जी का ही निकल रहा है। मैं एक बड़ी बात बताऊं मेरे गांव में एक मंदिर है दुर्गा जी का, जो उर्मिला जी के नाम से बना है। उसका नाम है उर्मी जो हमारी कुलदेवी हैं वही अयोध्या से सटी हुआ घाघरा और सरयू नदी है। वहीं से सीधा जाएं तो 30 किलोमीटर की दूरी पर अयोध्या पड़ता है। इसीलिए हम दावा करते हैं कि हमारी जो जमीन है वह भगवान श्री राम की है। गोंडा का नाम पहले गौ अड्डा था। राजा दिलीप के शासन में जो नंदिनी नगर बना क्योंकि नंदी गाय वहां चरती थीं और नंदी गाय महाराज दिलीप को प्यारी थीं। पहले गौ अड्डा नाम था, फिर गोंडा हुआ। मायावती नाम बदल रही थीं लेकिन नहीं बदल पाईं। आज भी गोंडा ही नाम है लेकिन उर्मिला पुरी का नाम बदलकर उमरीगंज जरूर कर दिया गया।

अखिल पांडेय, लखनऊ, 93368 64096
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