लखनऊः केजीएमयू में घायलों को और भी बेहतर इलाज मिलेगा. मरीजों को बेड के लिए इंतजार न करना पड़े. इसलिए केजीएमयू में 200 बेड का नया ट्रॉमा सेंटर बनेगा. इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है. अधिकारियों ने मंजूरी मिलने की उम्मीद जाहिर की है.
दरअसल, ट्रॉमा सेंटर में 446 बेड हैं. 150 से अधिक स्ट्रेचर हैं. ज्यादातर समय ट्रॉमा के सारे बेड व स्ट्रेचर भरे रहते हैं. अभी ट्रामा में भर्ती घायलों को इमरजेंसी में इलाज मुहैया कराया जा रहा है. नई व्यवस्था के तहत इमरजेंसी का संचालन अलग होगा. ट्रॉमा मरीजों के इलाज की व्यवस्था अलग होगी. इसके लिए 200 बेड का नया ट्रॉमा सेंटर बनेगा. इसमें सिर्फ घायल भर्ती किए जाएंगे. इससे मरीजों को बेहतर इलाज मिलने की उम्मीद बढ़ेगी. आईसीयू बेड भी इसमें होंगे.
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जर्जर बिल्डिंग को तोड़कर बनेगा
केजीएमयू में पुरानी बिल्डिंग को ध्वस्त करने का प्रस्ताव कैबिनेट से पास हो चुका है. इसके बाद ट्रॉमा के पास जर्जर भवन को ध्वस्त किया जाएगा. उसके स्थान पर ट्रॉमा का नया भवन तैयार किया जाएगा. अधिकारियों के मुताबिक पीजीआई में एपेक्स ट्रॉमा सेंटर में सिर्फ घायलों को ही भर्ती कर इलाज मुहैया कराया जा रहा है. इस व्यवस्था को इसमें लागू किया जाएगा.
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