ललितपुर: जिले में सरकारी गेहूं क्रय योजना में प्राइवेट संस्था द्वारा भ्रष्टाचार किए जाने का मामला सामने आया है. दरअसल जिले में में शिप्रा फार्मा प्राइवेट लिमिटिड संस्था द्वारा 6 से ज्यादा गेहूं क्रय केंद्रों का संचालन किया जाता है. इसी संस्था के द्वारा क्रय केंद्र बजर्रा से गेहूं खरीद कर बेयर हाउस में जमा करने के लिए अमरपुर मंडी स्थल लाया गया था. यहां एफसीआई कर्मियों को ट्रक से अनलोड हुई बोरियो में गेहूं के साथ बालू मिक्स मिली. जिसके बाद उन्होंने इस मामले की सूचना उच्च अधिकारियों को दी.
एसडीएम सदर ने की जांच
जिलाधिकारी को मामले की जानकारी मिलने के बाद एसडीएम सदर को जांच के लिए भेजा गया. मौके पर पहुंचे एसडीएम सदर ने गेहूं की सारी बोरियों को सील करवा दिया है. इसके साथ ही संस्था के पदाधिकारियों पर एफआईआर भी दर्ज कराई गई है. संस्था द्वारा जिले में 6 से ज्यादा गेहूं क्रय केंद्र चलाए जा रहे हैं. इन सभी केंद्रों से आयी गेहूं की बोरियां जांच के घेरे में है.
शिप्रा फार्मा प्राइवेट लिमिटिड संस्था के डायरेक्टर आलोक कुमार श्रीवास्तव हैं. वह अजय जैन के साथ पार्टनरशिप में गेहूं क्रय केंद्र का संचालन करते हैं.
क्या बोले जिम्मेदार
बेयर हाउस के कर्मचारी अंकित जैन ने बताया कि रोज 100 गाड़ियां अनलोड हो रही हैं. ऐसे में हर गाड़ी को चेक कर पाना संभव नहीं है. लगभग 1000 बोरियों मे बालू निकल रही है. इन सभी बोरियों को अलग कर दिया गया है. संबंधित एजेंसियों और सभी उच्चाधिकारियों को भी सूचित कर दिया गया है.
शिप्रा एफटीओ द्वारा खराब गेहूं एफसीआई के गोदाम में लाया गया है. जानकारी मिलने पर एसडीएम सदर को वहां भेजा गया. एसडीएम सदर ने जांच कर बताया है कि संबंधित गेहूं में मिट्टी मिक्स थी. एफसीआई के अधिकारियों ने भी बताया कि वह पूर्व में ही इस गेहूं को रिजेक्ट कर चुके हैं. चूंकि जब एसडीएम सदर जांच के लिए पहुंचे तो रात हो चुकी थी इसलिये जांच को रोक दिया गया है . कल सघन जांच करके नियमों के अंतर्गत संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी.
-योगेश कुमार शुक्ल, जिलाधिकारी