कानपुर: बंगाल की खाड़ी में बना वायुदाब अगले कुछ दिन स्थिर रहेगा. खाड़ी में बने निम्न वायुदाब ने क्षेत्र में तेजी से गिर रहे तापमान को स्थिर कर दिया है. इससे अगले कुछ दिन तक सर्दी में स्थिरता बनी रह सकती है. सुबह के समय हल्की धुंध पड़ेगी, जबकि हल्की बदली जैसा एहसास भी होगा. न्यूनतम और अधिकतम तापमान में उतार-चढ़ाव भी देखने को मिलेगा. कैस्पियन सागर की ओर से आने वाली शुष्क पश्चिमी हवा कमजोर पड़ गई है. दोनों ओर से आने वाली हवा की वजह से धुंध में इजाफा होगा.
रोजाना 2-3 डिग्री सेल्सियस होगा उतार-चढ़ाव
रोजाना अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस तक उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. इससे अगर दोपहर में गर्मी रहेगी, तो शाम को मौसम ठंडा हो जाएगा. इसी तरह से दोपहर में पारा कुछ कम होगा और रात को पारा ऊपर चला जाएगा, जिससे दिन में गर्मी और रात में ठंड का एहसास होगा. मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ जाने के कारण सर्दियों में मैदानी क्षेत्रों में वर्षा और पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी हो सकती है. पश्चिमी विक्षोभ कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के ऊपर सक्रिय हुआ था. मौसम वैज्ञानिक लगातार इस पर नजर बनाए हुए है.
क्या कहना है मौसम वैज्ञानिकों का
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पाण्डेय के अनुसार बंगाल की खाड़ी में निम्न वायुदाब का क्षेत्र बन गया है. दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के मैदानी क्षेत्रों में नमी के लिए हवा आनी शुरू हो गई है और यही हवा मानसून के समय बारिश कराती है. लेकिन इस समय मानसून सिस्टम ठीक न होने के कारण बारिश के आसार न के बराबर हैं. पूर्वी हवा की वजह से तापमान गिरना कम हो गया है. वायुमंडल में अति सूक्ष्म कण हानिकारक गैसों का घनत्व और बढ़ गया है. हवा की गति पहले से ही लगभग न के बराबर है, जिससे वातावरण में वायु प्रदूषण का स्तर कम नहीं हो रहा है.