कानपुरः छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) के स्कूल ऑफ हेल्थ साइंसेस विभाग से पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिये अच्छी ख़बर है. विभाग और जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के बीच करार होने जा रहा है. जिसका सीधा लाभ विश्वविद्यालय के छात्रों को मिल सकेगा. इस करार के तहत छात्र अपने विषय की पढ़ाई विश्वविद्यालय कैंपस में ही करेंगे.
इसके साध ही जितनी विषय से संबंधित प्रैक्टिकल ट्रेनिंग है, उसकी जानकारी जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ और चिकित्सक देंगे. विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अफसरों का कहना है कि छात्रों के लिए किताबी ज्ञान के साथ-साथ प्रैक्टिकल वर्क की नॉलेज होना बहुत जरूरी है. जब छात्र खुद किसी काम को करके सीखेंगे, तो उसमें माहिर हो सकेंगे.
डॉक्टर बनने की दिशा में पहली सीढ़ी का पाठ पढ़ेंगेः स्कूल ऑफ हेल्थ साइंसेस के निदेशक डॉक्टर दिग्विजय शर्मा ने बताया कि इस करार का असल मकसद है कि छात्र डॉक्टर बनने की पहली सीढ़ी का हर पाठ पढ़ सकेंगे. उदाहरण देते हुए बताया कि अगर कोई छात्र रेडियो इमेजिंग टेक्नोलॉजी की पढ़ाई कर रहा है, तो वो जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में इस तकनीक के जानकार से हर छोटी-बड़ी गतिविधियों को समझ सकेगा. जिससे भविष्य में अगर छात्र किसी मरीज का इलाज करते हैं तो उन्हें ये मालूम होगा कि मरीज को कौन सी दिक्कत है और कैसे इलाज करना है. उन्होंने कहा कि छात्रों के बैच बनाकर उनका प्रैक्टिकल वर्क जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में करायेंगे. इसके अलावा जो वरिष्ठ चिकित्सक हैं, समय-समय पर उनके साथ छात्र सीधा संवाद भी करेंगे.
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मेरी कोशिश है कि विश्वविद्यालय के सभी छात्रों को प्रैक्टिकल वर्क ज्यादा से ज्यादा कराया जाये. इसके लिए विभिन्न विभागों की ओर से एमओयू के जो प्रस्ताव मिल रहे हैं. उन पर लगातार काम किया जा रहा है. हर छात्र को उसकी पढ़ाई पूरी होते ही नौकरी मिल सके. इस दिशा में भी कवायद करवा रहे हैं.