कानपुर: शहर के रायपुरवा थाना क्षेत्र में छब्बा लाल के हाते में सुबह करीब 11:00 बजे लोग उस समय अचानक दहशत में आ गए. जब उन्हें इस बात की जानकारी हुई कि उनके ही पड़ोस में रहने वाली मंजू वर्मा की जलकर मौत हो गई है. लोग कुछ समझ पाते उतनी ही देर में कमरे से धुआं निकलने लगा. इसके बाद जब लोग अंदर पहुंचे, तो मंजू वर्मा की जली हुई लाश पड़ी हुई थी. आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी. सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पहुंची. वहीं, पुलिस ने फॉरेंसिक टीम की मदद से घटनास्थल से साक्ष्य जुटाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
शहर में पुलिसिंग की कार्य प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए जो नए निर्देश दिए गए हैं. उसके तहत खुद जेसीपी अपराध नीलाब्जा चौधरी मौके पर पहुंचे. उन्होंने अपने स्तर से मामले की जांच शुरू कर की. अफसर का कहना है कि पुलिस को मौके पर सीसीटीवी फुटेज जैसे साक्ष्य तो नहीं मिले हैं. पुलिस शक के आधार पर उन लोगों से पूछताछ कर रही है, जिनका मंजू वर्मा के घर पर आना-जाना था. इस पूरे मामले में एक विशेष बात यह भी है, कि अभी तक पुलिस को कोई ऐसा ठोस साक्ष्य नहीं मिला है.
इस मामले में एसीपी अनवरगंज आईपी सिंह ने बताया कि रायपुरवा का थाना क्षेत्र के अंतर्गत छब्बा लाल के हाते में मंजू वर्मा की संदिग्ध परिस्थितियों में उनके घर में जलने से मौत हो गई है. घटना की सूचना मिलते ही फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड की टीम को मौके पर बुलाया गया है. साक्ष्यों के आधार पर पुलिस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई करेगी. साथ ही फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद घटना का खुलासा किया जाएगा. (Crime News UP)
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