हाथरस: जिले की चंदपा कोतवाली इलाके में पिटाई की शिकार दलित युवती जिंदगी और मौत से जूझ रही है. आरोप था कि युवती के साथ मारपीट के बाद आरोपी ने उसकी जीभ भी काट दी थी, जिसके बाद से उसे अलीगढ़ के अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस मामले में नया मोड़ 23 सितंबर को तब आया, जब पीड़िता ने अपना बयान दिया. बयान के बाद पुलिस ने मुकदमे में सामूहिक दुष्कर्म की धारा बढ़ाई है. वहीं कुछ और आरोपियों के नाम भी सामने आए. हालांकि एक नामजद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था. अब ये मामला राजनीतिक रंग लेने लगा है. शनिवार को कांग्रेस पार्टी पीड़िता को न्याय दिलाने की खातिर धरने पर बैठ गए.
दरअसल, 14 सितंबर को गांव बूलगढ़ी निवासी युवती(20) अपनी मां और भाई के साथ खेत में चारा काटने गई थी. आरोप है कि उसी दौरान गांव का एक युवक संदीप लड़की को घसीट कर खेत में ले गया और उसका गला दबाकर जान से मारने की कोशिश की लेकिन लड़की किसी तरह से बच गई. घटना के बाद पीड़िता को बागला जिला अस्पताल लाया गया, जहां उसको प्राथमिक उपचार देकर अलीगढ़ रेफर कर दिया गया.
इस मामले में 23 सितंबर को नया मोड़ सामने आया. पीड़िता ने अपना बयान दिया. बयान के बाद पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म की धारा 376 डी जोड़ते हुए तीन अन्य अभियुक्तों को भी गिरफ्तार कर लिया. घटना के बाद से ही इस मामले में राजनीति शुरू हो गई थी. पार्टियों के नेता एसपी और डीएम से पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग करते रहे. शनिवार को कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर प्रदर्शन करने लगे. उन्होंने मांग की है कि पीड़िता का एम्स में इलाज कराया जाए. परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाए. कांग्रेस के जिलाध्यक्ष चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ने चेतावनी दी कि अभी तो वे धरना और ज्ञापन दे रहे हैं. यदि इस परिवार को जल्द ही न्याय नहीं मिला तो पार्टी सड़क पर उतरकर आंदोलन करेगी.
अपर पुलिस अधीक्षक प्रकाश कुमार ने बताया कि युवती पर कातिलाना हमले के संबंध में धारा 307, 325 और एससी-एसटी एक्ट में मामला दर्ज हुआ था. शीघ्र ही सारी विवेचनात्मक कार्रवाई पूरी कर चार्जशीट लगाई जाएगी. पीड़ित परिवार को एससी-एसटी एक्ट के तहत आर्थिक सहायता दिलाई जाएगी. वहीं पुलिस ने जीभ काटे जाने की बात से साफ इनकार किया है.
आपको बता दें कि इन दोनों परिवारों में रंजिश चली आ रही है. इससे पहले भी दोनों परिवारों के बीच झगड़ा हुआ था. झगड़े में आरोपी पक्ष पहले भी जेल जा चुका है. हालांकि पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया है.