हरदोई: जिले में एक ही जगह पर तीन मुद्दे तूल पकड़ रहे हैं और लोगों के लिए समस्या का सबब बन हुए हैं. इसके बावजूद कोई भी जिम्मेदार इसकी तरफ ध्यान देना लाजमी नहीं समझ रहा है. यहां सड़क के किनारे कूड़ा डाला गया है. इतना ही नहीं इस कूड़े को तालाब में डालकर उसे पाटने इस कूड़े में आग लगाकर एनजीटी के नियमों की अवहेलना करने का मामला सामने आया है. वहीं इस कूड़े में बड़ी तादात में बायोवेस्ट कचरा भी देखने को मिला, जो स्वास्थ्य विभाग के दावों की पोल खोलने के लिए पर्याप्त है.
बावन मार्ग पर करीब पांच किलोमीटर तक कूड़ा डंप किया गया है. वहीं इस कूड़े से चंद कदमों की दूरी पर मौजूद एक निजी अस्पताल का बायोवेस्ट कचरा भी देखने को मिला. जहां इस कूड़े को नगर पालिका कई वर्षों से डंप कर रही है, वहीं जिले में मौजूद नगर पालिका का डंपिंग ग्राउंड शो-पीस बना हुआ है. चौंकाने वाली बात ये है कि नगर पालिका की आड़ में बावन मार्ग पर मौजूद एक निजी अस्पताल बायोवेस्ट कचरा भी बड़ी तादात में डाल रहा है, जबकि सरकारी व निजी अस्पतालों को उनके बायोवेस्ट कलेक्शन सेंटर बनाये जाने के सख्त निर्देश जारी किए जा चुके हैं.
गौर करने वाली बात यह है कि इस कूड़े को जहां डाला जा रहा है, वो एक तालाब है. ऐसे में पूरे तालाब को कूड़े से पाटा जा रहा है. इससे तालाबों को संरक्षित करने के दावे भी खोखले साबित हो रहे हैं.
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मुद्दा सिर्फ तालाब को कूड़े से पाटने, सड़क पर कूड़ा डंप करने और बायोवेस्ट कचरा फेंकने का ही नहीं, बल्कि इस कूड़े में आग लगाकर खुलेआम एनजीटी के नियमों की भी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. इससे इलाकाई लोगों में संक्रमित बीमारियां भी फैलनी शुरू हो गई हैं. स्थानीय लोगों ने इस धुएं से हो रही समस्याओं के बारे में भी बताया. वहीं इस संबंध में जब सिटी मजिस्ट्रेट से जानकारी ली गई तो उन्होंने समस्या का समाधान किए जाने और जांच कराकर कार्रवाई किए जाने का आश्वाशन जरूर दिया.