गोरखपुर: यूपीएससी हो या संघ लोक सेवा आयोग या बिहार लोक सेवा आयोग. जब अपना लाल चयनित होता है तो मां-बाप को असीम खुशी की अनुभूत होती है. यह कोई तीसरा सोच भी नहीं सकता कि ऐसी नौकरी पाने वाले के माता-पिता कितने खुश होते हैं. शहर के एक संस्था के निदेशक के होनहार बेटे का बिहार लोक सेवा आयोग में चयन हुआ है.
इस परीक्षा में 21वीं रैंक पाने वाले शिवम बिहार में एसडीएम तैनात होंगे. शिवम बचपन से ही पढ़ाई-लिखाई में बहुत ही होनहार थे. प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा और हाईस्कूल एचपी चिल्ड्रन एकेडमी सिविल लाइंस गोरखपुर, इंटरमीडिएट जीएन पब्लिक स्कूल गोरखनाथ और बीटेक गाजियाबाद से किया. एमबीए मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से कर वह इसी संस्थान में गेस्ट टीचर के पद पर अपनी सेवा दे रहे थे.
अपनी ड्यूटी के दौरान ही शिवम की तैयारी चलती रही. इस बीच उन्होंने बिहार पीसीएस की परीक्षा दी थी. रविवार को जब परिणाम आया तो शिवम सहित परिवार के लोगों का खुशी का ठिकाना न रहा. शिवम बिहार लोक सेवा आयोग में 21वीं रैंक हासिल कर एसडीम पद पर चयनित हुए हैं. इसकी सूचना पर एक संस्था के निदेशक चंदा और अनिल कुमार गुप्ता के आवास पर बधाई देने वालों का तांता लग गया.
अपने चयन पर शिवम ने बताया कि इस उपलब्धि का श्रेय उनके माता-पिता, भाई-बहन और दोस्तों को जाता है. जो कठिन से कठिन परिस्थितियों में उनका मनोबल बढ़ाते रहे. क्योंकि, चार-चार बार यूपीएससी की परीक्षा में सफलता नहीं मिलने पर भी हमारे अभिभावक, भाई-बहन और दोस्त हमारा मनोबल बढ़ाने में सदैव अपना योगदान देते रहे. इसका नतीजा रहा कि आज बिहार लोक सेवा आयोग में प्रथम बार में ही सफलता प्राप्त कर एसडीएम के पद पर चयनित हो गए. आगे भी आईएएस की तैयारी करते रहेंगे, जिससे देश की सेवा करने में अपनी सफल यात्रा को प्राप्त कर सकें.
शिवम दो भाई और दो बहनों में सबसे बड़े हैं. छोटा भाई शुभम जिओ इनफॉरमेशन साइंस सेंटर गुवाहाटी में पीएचडी कर रहा हैं. बहन अम्बिका और अर्पिता दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से एमएससी और बीकॉम कर रही हैं.
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