गोण्डा: लॉकडाउन के चलते कार्यालय में कार्यरत सरकारी कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा गया है, जिससे कार्यालय में काम का लोड बढ़ गया है. ऐसे में गोण्डा जिले के मुख्य कोषाधिकारी एक पेंशनर कर्मचारी की विधवा पत्नी की पेंशन स्वीकृत करने के लिए अपनी टीम के साथ उसके घर पहुंचे और कागजी औपचारिकता को पूरा करते हुए पेंशन को हाथों हाथ स्वीकृत किया.
उत्तर प्रदेश पेंशन कल्याण संस्था की पहल पर आवेदन के 24 घंटे के भीतर कोषाधिकारी सीमलचंद ने न सिर्फ सारी कागजी कार्रवाई पूरी की, बल्कि महिला की विवशता को ध्यान रखते हुए खुद टीम लेकर उसके घर पहुंचे और पेंशन स्वीकृत करने के लिए कागजी कार्यवाही पूरी की .
जिले के कोतवाली क्षेत्र के जानकीनगर मोहल्ले के रहने वाले पेंशनर प्रभात कुमार श्रीवास्तव का आकस्मिक निधन होने के बाद उनकी पत्नी सरिता श्रीवास्तव गंभीर रूप से अस्वस्थ चल रही हैं. इसके अलावा उनका बेटा और बहू लॉकडाउन के कारण पुणे में फंसे हैं. ऐसे में पैसे के अभाव मे उनके इलाज में काफी समस्या आ रही थी.
इस पर उनकी मदद के लिए उत्तर प्रदेश पेंशन कल्याण संस्था आगे आई और संस्था के पदाधिकारी के बी सिंह ने मुख्य कोषाधिकारी से मिलकर इस समस्या से अवगत कराया. इस पर मुख्य कोषाधिकारी से सीमलचंद्र ने आवेदन के 24 घंटों के भीतर ही सरिता के घर पहुंचकर उनकी पेंशन स्वीकृत की.