गाजीपुर: जिले के हरपुर गांव निवासी 39 वर्षीय दीपक यादव जोधपुर के शिकारगढ़ में 103 बटालियन वायु रक्षा रेजीमेंट में हवलदार के पद पर तैनात थे. जिनका पुणे में इलाज के दौरान रविवार की सुबह कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के कारण निधन हो गया. जिनका पार्थिव शरीर एंबुलेंस के द्वारा उनके पैतृक गांव पहुंचा. जहां तहसीलदार आलोक कुमार, कोतवाल राजीव कुमार सिंह के साथ हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों ने उनके पार्थिव शरीर को उनके घर तक पहुंचाया.
हजारों की संख्या में उमड़ा हुजूम
इस दौरान उनके अंतिम दर्शन के लिए गांव सहित क्षेत्र के काफी संख्या में लोगों का हुजूम अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़ा. वहीं तिरंगा में लिपटे अपने पति का शव देखते ही पत्नी नीरज देवी फफक कर रोने लगी. साथ ही मृतक जवान के दो मासूम बेटे आयुष व आदित्य भी अपने आंसुओं को रोक न सके. यह दृश्य देख वहां मौजूद हर शख्स की आंखें भर आई.
पिता ने दी मुखाग्नि
इस दौरान हजारों की संख्या में मौजूद क्षेत्रवासियों ने सेना के जवान दीपक यादव के पार्थिव शरीर पर बारी-बारी से अंतिम दर्शन किया. इसके बाद जमानिया कस्बा के बलुआ घाट पर हजारों की संख्या में लोगों ने नम आंखों से उन्हें विदाई दी. इस दौरान मौके पर पहुंची क्षेत्रीय विधायक सुनीता सिंह ने जवान दीपक यादव को पुष्पमाला अर्पितकर श्रद्धांजलि दी. बलुआ गंगा घाट पर सेना के जवानों के द्वारा राजकीय सम्मान के साथ सेना के जवान का अंतिम संस्कार किया गया. वही मृतक दीपक यादव के पिता वंश नारायण यादव ने मुखाग्नि दी.